नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय (MEA) ने लद्दाख की स्थिति पर चीन के बयान पर कहा है कि चीन के पास भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है. MEA ने कहा कि केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग थे, हैं और रहेंगे.


भारत ने कहा, ''हम उम्मीद करते हैं कि देश भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करेंगे, जैसा कि वे दूसरों से इस तरह की उम्मीद करते हैं.''


बता दें कि भारत और चीन के बीच करीब छह महीने से सीमा पर तनाव है. गतिरोध को कम करने के लिए कई दौर की बैठक हो चुकी है.


चीन ने क्या कहा है?
चीन ने कहा है कि हम भारत के अवैध रूप से स्थापित लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश को मान्यता नहीं देते हैं. चीन के प्रवक्ता झाओ लिजिन ने कहा, ''चीन इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के निर्माण का विरोध करता है.''


हाल ही में भारत ने सीमा से लगे इलाकों में 44 नए पुल का उद्घाटन किया है. इसी सिलसिले में चीनी प्रवक्‍ता ने यह बयान दिया है. आज ही केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 14.15 किलोमीटर की जोजिला सुरंग के निर्माण से संबंधित कार्य के लिए पहली ‘ब्लास्टिंग’ की शुरुआत की.


सरकार ने कहा है कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यह सुरंग आधुनिक भारत के इतिहास की एक बड़ी उपलब्धि होगी. लद्दाख, गिलगित और बाल्टिस्तान में देश की सीमा के पास भारी सैन्य गतिविधियों के मद्देनजर यह सुरंग देश की रक्षा की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण होगी.