(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
India On IDF Raid: ’आम लोगों की नहीं जानी चाहिए जान, मदद जारी रहे’, गाजा के अल-शिफा अस्पताल में मौतों पर बोला भारत
India On IDF Raid: गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा में IDF की छापेमारी के बाद भारत ने सामान्य नागरिकों की कैजुअलिटी को कम करने और मानवीय मदद जारी रखने पर जोर दिया है.
India On IDF Raid At Alshifa Hospital: गाजा पट्टी के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा में इजरायली सैन्य बलों (IDF) ने बुधवार (15 नवंबर) से छापेमारी की है. इस बीच भारत ने इस संघर्ष में एक बार फिर सामान्य नागरिकों की सुरक्षा और सिविलियन कैजुअल्टी कम करने पर जोर दिया है. साथ ही गाजा पट्टी में पीड़ितों तक मानवीय मदद सतत जारी रखने की भी पैरोकारी की है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार (16 नवंबर) को नियमित प्रेस वार्ता में इस बात पर जोर दिया कि गाजा पट्टी में सिविलियन कैजुअल्टी नहीं होनी चाहिए.
गाजा पट्टी में और मदद भेजेगा भारत
उन्होंने कहा, "भारत ने हमेशा नागरिक हताहतों से बचने, मानवीय कानून का पालन करने और संघर्ष में फंसे लोगों को मानवीय राहत प्रदान करने के किसी भी प्रयास को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है."
उन्होंने कहा, "भारत ने अब तक गाजा के लोगों के लिए 38 टन मानवीय राहत सामग्री भेजी है. हम और अधिक सहायता भेजने पर विचार कर रहे हैं."
बंधकों की तत्काल रिहाई का आह्वान
इसके साथ ही गत सात अक्टूबर को फिलिस्तीन के चरमपंथी लड़ाकू संगठन हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर भीषण हमले किए थे, जिसकी निंदा एक बार फिर बागची ने की. उन्होंने कहा कि आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को तत्काल बिना शर्त रिहा करने का आह्वान एक बार फिर किया है.
अल-शिफा अस्पताल में 40 मरीजों की मौत
फिलिस्तीनी अधिकारियों ने कहा है कि अल-शिफा अस्पताल में 650 मरीज हैं, जिनमें 36 समय से पहले जन्मे बच्चे भी शामिल हैं. उन्होंने कहा है कि जनरेटर चलाने के लिए ईंधन की कमी के कारण 11 नवंबर से तीन समय से पहले जन्मे बच्चों सहित 40 मरीजों की मौत हो गई है. गाजा में मरने वालों में 200 से अधिक चिकित्सा कर्मचारी शामिल हैं.
आपको बता दें कि आईडीएफ ने दावा किया है कि अल-शिफा अस्पताल से जो लैपटॉप बरामद किया गया है उसमें बंधकों की जानकारी उपलब्ध है. इजरायली सैन्य बलों का कहना है कि गाजा के सबसे बड़े अस्पताल को हमास ने अपने बेस के तौर पर इस्तेमाल किया है. वे मरीजों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. इसी लिए अस्पताल में छापेमारी की कार्रवाई की गई है. बुधवार को जब इजरायली सैन्य बलों के जवानों ने अस्पताल में छापेमारी की तो यहां बच्चों और मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट करने में भी मदद की थी.
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