India On Saudi-Iran Deal: सऊदी अरब और ईरान के बीच कूटनीतिक संबंध बहाल करने पर सहमति के बाद भारत ने इस फैसले का स्वागत किया है. भारत ने गुरुवार (16 मार्च) को इसका स्वागत करते हुए कहा कि नई दिल्ली ने हमेशा बातचीत और कूटनीति के माध्यम से मतभेदों को सुलझाने की वकालत की है. ईरान (Iran) और सऊदी अरब (Saudi Arab) सात साल के तनाव के बाद पिछले शुक्रवार को राजनयिक संबंध बहाल करने और दूतावासों को फिर से खोलने पर सहमत हो गए.


दोनों देशों के समझौते को लेकर चीन ने मध्यस्थता की थी. इस बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाताओं से कहा कि हमने इस संबंध में खबरें देखी हैं. भारत के पश्चिम एशिया में विभिन्न देशों के साथ अच्छे संबंध हैं. हमारे इस क्षेत्र के साथ गहरे संबंध निहित हैं. 


विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?


उन्होंने चीन की भूमिका का जिक्र किए बिना कहा कि भारत ने मतभेदों को सुलझाने में हमेशा बातचीत और कूटनीति की वकालत की है. बता दें, कि भारत के ईरान और सऊदी अरब के साथ अच्छे संबंध हैं. 


भारत-चीन सैन्य वार्ता पर क्या कहा?


अगले दौर के भारत-चीन सैन्य वार्ता के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि पिछली कूटनीतिक वार्ता में दोनों पक्षों ने जल्द किसी तिथि को कार्प्स कमांडर स्तर की वार्ता आयोजित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की थी.


उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि बीजिंग में भारत चीन सीमा मामलों पर विचार विमर्श और समन्वय पर कार्यकारी तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) स्तर की पिछली बैठक में दोनों पक्षों ने जल्द किसी तिथि को कमांडर स्तर के अगले दौर की वार्ता करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की थी. 


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