भारत-पाकिस्तान के विदेश मंत्री 30 मार्च को होंगे एक साथ, तजाकिस्तान में पुल-असाइड मुलाकात की गुंजाइश
भारत-पाकिस्तान की सेनाओं के बीच युद्धविराम समझौते के बाद अब दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की तजाकिस्तान के दुशानबे में मुलाकात हो सकती है.
भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच हाल हीं में युद्धविराम समझौते के पालन का बड़ा ऐलान हुआ है. सिंधु जल आयोग की बैठक के बाद अब भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की तजाकिस्तान के दुशानबे में मुलाकात हो सकती है.
दोनों देशों के विदेश मंत्री कर सकते हैं मुलाकात
असल में अफ़ग़ानिस्तानको लेकर हार्ट औफ ऐशिया सम्मेलन में दोनों हीं देशों के विदेश मंत्री 30 मार्च को दुशानबे में शामिल होंगे. जहां सूत्रों के मुताबिक़ दोनों देशों के बीच सुधरते रिश्तों के बीच डा. एस जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बीच पुल-असाइड मुलाकात की गुंजाइश से इंकार नहीं किया जा सकता.
शिष्टाचार मुलाकात तय मानी जा रही
हालांकि ABP News को सूत्रों ने बताया कि अभी तक भारत या पाकिस्तान दोनों ही तरफ से औपचारिक तौर पर विदेश मंत्रियों के बीच द्विपक्षीय बैठक करने का औपचारिक प्रस्ताव नहीं रखा गया है. ऐसे में डा. जयशंकर और शाह महमूद कुरैशी के बीच द्विपक्षीय बैठक की गुंजाइश फिलहाल कम है. लंबे समय बाद दोनों ही देशों के विदेश मंत्री एक साथ एक छत के नीचे होंगे. वहीं, दोनों के बीच ताज़ा माहौल में कम से कम शिष्टाचार मुलाकात को तो तय माना जा रहा है.
कुछ अरसे पहले तक दोनों देशों के विदेश मंत्री चाहे हार्ट औफ ऐशिया हो या संयुक्त राष्ट्र की बैठक के साइडलाइन्स पर होने वाली सार्क देशॅकके विदेश मंत्रियों की बैठक तक में एक दूसरे की तरफ नज़रें भी नहीं करते थे. सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को सुधारने के लिए कई और अहम कदम उठाए जा सकते हैं. ऐसे में जयशंकर और कुरैशी के बीच दुशानबे में एक पुल-असाइड मुलाकात भी काफी अहम साबित हो सकती है.
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