Iqra Jeewani-Mulayam Singh Yadav Love Story: हमनें अक्सर फिल्मों में पाकिस्तानी लड़की और भारतीय लड़के की लव स्टोरी देखी है, लेकिन क्या आपने कभी असल जिंदगी में ऐसा सुना है? शायद नहीं, लेकिन ऐसी ही लव स्टोरी है पाकिस्तान में रहने वाली इकरा जीवानी और भारत के मुलायम सिंह यादव की. दोनों की प्रेम कहानी साल 2019 में मल्टीप्लेयर लूडो गेम से शुरू हुई थी. हैदराबाद और बेंगलुरु में होसुर-सरजापुर रोड लेआउट पर नौकरी करने वाले मुलायम सिंह को पाकिस्तानी लड़की से प्यार हो गया था. जिसके बाद दोनों ने मिलने का प्लान बनाया. इकरा नेपाल के रास्ते भारत आकर मुलायम के साथ रहने लगी.


इस बीच इकरा ने पाकिस्तान में अपनी मां को व्हाट्सएप कॉल किया था, जिसके बाद पुलिस के सामने पूरा मामला आया. मामले की जानकारी मिलते हुई पुलिस सतर्क हो गई. बेंगलुरु पुलिस ने 23 जनवरी को इकरा को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने और शहर में रहने के लिए अपनी पहचान बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया. रविवार (19 फरवरी) को उसे भारत-पाकिस्तान सीमा पर अधिकारियों को सौंपकर पाकिस्तान भेज दिया गया. इसके साथ ही पुलिस ने मुलायम को एक पाकिस्तानी नागरिक को आश्रय देने के लिए गिरफ्तार कर लिया.


'प्लीज... मुझे वापस न भेजो पाकिस्तान'
पुलिस उपायुक्त एस गिरीश ने बताया कि इकरा को रविवार को पाकिस्तान भेज दिया गया था. उन्होंने कहा 19 वर्षीय इकरा कह रही थी कि मैं अपने पति के साथ भारत में रहना चाहती हूं. प्लीज... मुझे वापस पाकिस्तान न भेजें. बेंगलुरु के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद इकरा का एकमात्र अनुरोध भारत में अपने पति के साथ रहना था. उन्होंने बताया कि वह उससे बहुत प्यार करती है. मुझे कपल के लिए खेद है, लेकिन कानून के एक अधिकारी के रूप में हम कुछ भी नहीं कर सकते थे. 


नाम बदलकर कर दिया था रिया यादव
मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने कहा कि प्यार में पागल होकर मुलायम ने इकरा को भारत लाने की योजना बनाई थी. मुलायम ने सितंबर 2022 में दुबई के रास्ते काठमांडू के लिए उसके हवाई टिकट खरीदे. इसके बाद वह उससे नेपाल में मिला जहां दोनों ने हिंदू रीति-रिवाज से शादी की. जिसके बाद दंपति ने बस से भारत में प्रवेश किया और बेंगलुरु गए. दक्षिण पूर्व बेंगलुरु में एक मंदिर के पास किराए के घर में रहने लगे थे. उन्होंने बताया कि इकरा अपने घर की देखभाल करने से ज्यादा खुश थी. अधिकारी ने बताया कि इकरा की राष्ट्रीयता को गुप्त रखने के लिए मुलायम ने उनकी एक नई पहचान बनाई. उन्होंने कहा कि उसने इकरा का आधार बनवाने के लिए अपने आधार का इस्तेमाल किया, जिसमें उसने फोटो बदल दी और उसका नाम बदलकर रिया यादव कर दिया. 


पड़ोसियों को कभी भी नहीं हुआ शक
एक अधिकारी ने कहा, “जी20 शिखर सम्मेलन और एयरो इंडिया 2023 से पहले बेंगलुरु में एक पाकिस्तानी नागरिक के बारे में जानकारी मिलने पर हम वास्तव में चिंतित हो गए, लेकिन पड़ताल करने पर पता चला कि यह एक प्रेम कहानी के अलावा और कुछ नहीं था." उन्होंने कहा कि हमने खुफिया एजेंसियों को यह कहते हुए एक रिपोर्ट भेजी कि सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है, इकरा केवल अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर गई है. उन्होंने बताया कि भले ही इकरा पाकिस्तान से आई थी, लेकिन वह हिंदी बोलती थी. जिसकी वजह से पड़ोसियों को कभी भी शक नहीं हुआ. उनके पड़ोसियों ने कहा कि दोनों खुशी से रहते थे और कभी लड़ाई नहीं हुई.


मुलायम ने 13 फरवरी को जमानत के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनकी याचिका को बेंगलुरु की एक स्थानीय अदालत ने खारिज कर दिया था. जिसमें आतंकी खतरे का हवाला दिया गया था. पुलिस ने उनकी याचिका पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वह इस बात की जांच कर रही है कि क्या मुलायम ने इकरा के अलावा किसी और को पाकिस्तान से भारत लाया था.


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