करतारपुर गलियारा: गुरुवार को होगा भारत-पाक समझौता, प्रत्येक तीर्थयात्री से 20 डॉलर लेगा पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारे को चालू करने के लिए होने वाले एक समझौते को एक दिन के लिए टाल दिया है और सौदा अब गुरुवार को होने की उम्मीद है.
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारे को चालू करने के लिए होने वाले एक समझौते को एक दिन के लिए टाल दिया है और सौदा अब गुरुवार को होने की उम्मीद है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. इससे पहले विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा था कि भारत बुधवार को गलियारे पर समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के एक अधिकारी गुरुवार को करतारपुर गलियारे के पास जीरो प्वॉइंट पर पाकिस्तान के अधिकारियों से मिलेंगे और भारत की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे. शुरुआत में, दोनों पक्ष सहमत थे कि समझौते पर बुधवार को हस्ताक्षर किए जाएंगे.
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यह गलियारा अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग चार किमी दूर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नरोवाल जिले के करतारपुर में स्थित गुरुद्वारे को भारत के पंजाब में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ेगा. गौरतलब है कि भारत प्रत्येक तीर्थयात्रियों पर 20 अमेरिकी डॉलर का सेवा शुल्क लगाने के पाकिस्तान के फैसले का कड़ा विरोध कर रहा है.
पाकिस्तान के फैसले पर विदेश मंत्रालय ने क्या कहा था?
मंत्रालय ने कहा, ''यह निराशा की बात है कि भारत के तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए कई मुद्दों पर सहमति बनने के बावजूद पाकिस्तान प्रति तीर्थयात्री प्रति यात्रा 20 डॉलर सेवा शुल्क लगाने पर जोर दे रहा है.''
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उसने कहा कि सरकार ने पाकिस्तान से लगातार अनुरोध किया है कि तीर्थयात्रियों की इच्छाओं का सम्मान करते हुए उसे इस तरह का शुल्क नहीं लेना चाहिए.
आपको बता दें कि पाकिस्तान इस वक्त आर्थिक तंगी को दौर से गुजर रहा है, ऐसे में वो कहीं से भी पैसा कमाने की जुगाड़ में लगा हुआ है. प्रति श्रद्धालु 20 डॉलर की फीस को भारतीय रुपयों में बदलें तो यह करीब 1420 रुपये होते हैं. पाकिस्तान को इससे हर महीने करीब 21 करोड़ रुपये मिलेंगे.