Pakistan Occupied Kashmir: PoK को लेकर आ गया भारत का बड़ा बयान, डिफेंस मिनिस्टर ने बता दिया प्लान, मैसेज सुन खिसियाएगा पाकिस्तान
Rajnath Singh: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के बिना जम्मू-कश्मीर अधूरा है और आतंकवादी ढांचे को खत्म करने की जरूरत है.
India Pakistan Relations: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार (14 जनवरी) को पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश देते हुए कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के बिना जम्मू-कश्मीर अधूरा है. उन्होंने इस्लामाबाद को आतंकवादी ढांचों को नष्ट करने की चेतावनी दी और कहा कि यदि पाकिस्तान ऐसा नहीं करता तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा. इस बयान में उन्होंने जम्मू-कश्मीर की बदलती स्थिति का हवाला दिया और POK को भारत के लिए एक अहम हिस्सा बताया.
रक्षा मंत्री ने अखनूर सेक्टर में आयोजित नौवीं सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस कार्यक्रम में ये महत्वपूर्ण बयान दिया. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की स्थिति अब बदल चुकी है और ये सच्चाई पाकिस्तान को स्वीकार करनी चाहिए. उन्होंने POK को भारत के माथे का मुकुट मणि बताते हुए कहा कि पाकिस्तान के लिए पीओके सिर्फ एक विदेशी क्षेत्र नहीं बल्कि भारत का अभिन्न हिस्सा है.
आतंकवाद के खिलाफ भारत की कड़ी नीति
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि वह POK में आतंकवादी शिविरों को चला रहा है और वहां से आतंकवादियों को भारत में भेजा जा रहा है. उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि वह इन आतंकवादी शिविरों को खत्म करे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन कर भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है जो लंबे समय से जारी है.
राजनाथ सिंह ने POK के तथाकथित प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक की टिप्पणियों की निंदा की जो पाकिस्तान के भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाने की वकालत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि POK के लोग सम्मानजनक जीवन से वंचित हैं और पाकिस्तान ने उन्हें धर्म के नाम पर शोषित किया है.
राजनाथ सिंह ने 1965 युद्ध में सैनिकों की वीरता को सराहा
रक्षा मंत्री ने कार्यक्रम में घोषणा की कि सरकार पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के लिए दूरदराज के क्षेत्रों में 'मोबाइल मेडिकल यूनिट' की शुरुआत करेगी ताकि उन्हें घर पर ही मेडिकल सुविधाएं मिल सकें. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के लिए कई अन्य सहायता कदमों की भी जानकारी दी.
राजनाथ सिंह ने 1965 के युद्ध में भारतीय सेना के योगदान को याद करते हुए भारतीय सैनिकों की वीरता और बलिदान को सराहा. उन्होंने ये बताया कि भारत की सेना ने पाकिस्तानी हमले को विफल किया और लाहौर तक पहुंचने में सफलता हासिल की. उन्होंने ये भी कहा कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ हर युद्ध में विजय हासिल की है चाहे वह 1948, 1965, 1971 या 1999 का युद्ध हो.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?
कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सशस्त्र बलों की तारीफ की और उन्हें उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए सरकार की ओर से पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया. उन्होंने बताया कि सरकार और सुरक्षा बलों के बीच संबंधों को और मजबूत किया जा रहा है.
रक्षा मंत्री ने मकर संक्रांति के मौके पर भारतीय सैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के बलिदान का उदाहरण देते हुए भारतीय जवानों की प्रेरणा की बात की जो देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.
डिफेंस मिनिस्टर ने सुनाई जंग की कहानी
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को बढ़ावा देने की आलोचना करते हुए कहा कि पाकिस्तान 1965 से घुसपैठ और आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, लेकिन जम्मू-कश्मीर के लोग हमेशा इसके मंसूबों को नकारते रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि आतंकवाद 1965 में ही खत्म हो जाता यदि तत्कालीन सरकार ने युद्ध के मैदान में हासिल रणनीतिक लाभ को नुकसान में नहीं बदला होता. रक्षा मंत्री ने अंत में ये कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से जम्मू-कश्मीर की स्थिति में काफी सुधार हुआ है और ये बदलाव भारत के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहा है.