नई दिल्ली: 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्द में भारत ने पाकिस्तान के एक पायलट को अपनी गिरफ्त में ले लिया था. इस दौरान इंडियन आर्मी के आक्रोशित जवानों ने पायलट को मारने की कोशिश की, लेकिन तब लेफ्टिनेंट जनरल एच एस पनाग ने मौके पर पहुंच कर जवानों को शांत कराया. भारत ने इस दौरान बड़े दिल का परिचय दिया था और घायल पाकिस्तानी पायलट का डॉक्टर को बुलाकर इलाज कराया और उसकी उचित देखभाल की थी. पाकिस्तानी पायलट परवेज कुरैशी मेहदी जो कि बाद में पाकिस्तानी एयरफोर्स का चीफ भी बना इंडियन आर्मी के लेफ्टिनेंट जनरल एच एस पनाग के कस्टडी में था. यह घटना 22 नवंबर, 1971 की है.
भारतीय सेना के जवान ईस्ट पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) के चौगाचा इलाके में रुके हुए थे. यह इलाका ईस्ट पाकिस्तान के 20 किलोमीटर अंदर था. अब तक भारतीय आर्मी पर दुश्मनों ने कोई खास प्रहार नहीं किया था और जो छोटी कोशिशें की गई उसे भारतीय जवानों ने खत्म कर दिया. लेकिन 21 नवंबर से पाकिस्तानी एयरफोर्स ने भारतीय सैनिकों पर हमले शुरू कर दिए.
पाकिस्तान की कार्रवाई का भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान के 11 टैंक बर्बाद कर दिए. इस दौरान भारत के भी तीन टैंक नष्ट हो गए. पाकिस्तानी एयरफोर्स के हमले का जवाब देने के लिए इंडियन आर्मी लगातार एयरफोर्स की मांग कर रही थी लेकिन वॉर डिक्लेयर नहीं था इसलिए इंडियन आर्मी को यह सपोर्ट नहीं मिल रहा था. लेकिन भारतीय एयरफोर्स पाकिस्तानी एयरफोर्स की तमाम हरकतों पर नजर रखे था.
22 नवंबर के दिन पाकिस्तानी एयरफोर्स के जहाज भारतीय जवानों पर एरियल अटैक करने के लिए आसमान में मंडराने लगे. इसी दौरान इंडियन आर्मी के लेफ्टिनेंट जनरल एच एस पनाग ने आसमान में चार और लड़ाकू विमान देखे. उस वक्त उन्हें लगा कि शायद पाकिस्तान ने और विमान हमारे जवानों पर अटैक करने के लिए भेजे हैं. जब ये जहाज कम ऊंचाई पर आए तो भारतीय लेफ्टिनेंट जनरल पनाग ने देखा कि ये भारतीय लड़ाकू विमान हैं.
इसके बाद भारतीय जहाजों ने पाकिस्तान के दो जहाजों को मौके पर ही मार गिराया और एक जहाज से धुआं निकल रहा था लेकिन वह ढाका की ओर चला गया. पाकिस्तान के नष्ट हुए लड़ाकू विमान से एक पायलट को भारतीय जवानों ने घेर लिया. यह पाकिस्तानी पायलट परवेज कुरैशी मेहदी था.
लेफ्टिनेंट जनरल पनाग बताते हैं कि आक्रोश में भारतीय जवानों ने पाकिस्तानी पायलट के साथ थोड़ी मारपीट भी की. इस दौरान लेफ्टिनेंट जनरल एच एस पनाग ने पाकिस्तानी पायलट को बचाने के लिए उसके शरीर पर लेट गए जिसके बाद भारतीय जवानों का गुस्सा शांत हुआ.
पाकिस्तानी पायलट को थोड़ी सी चोट आई थी जिसके लिए लेफ्टिनेंट जनरल जो कि उस वक्त उस बटालियन के हेड थे उन्होंने डॉक्टर को बुलाकर पायलट की ड्रेसिंग कराई और फिर एक कप चाय पिलाई. इसके बाद एच एस पनाग ने पाकिस्तानी पायलट से पूछताछ की.
साल 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह हराया और पूर्वी पाकिस्तान को बांग्लादेश के रूप में एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में निर्मित किया.
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