फिलीपींस के साथ 3 बिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट? Brahmos के बाद कौन सी डील की तैयारी में है भारत
फिलीपींस सरकार ने मनीला एयरपोर्ट के रिडेवलपमेंट के लिए पिछले साल अगस्त में टेंडर के लिए बोली लगाई थी. प्रोजेक्ट के तीन बोलीदाता शॉर्टलिस्ट कर लिए गए हैं, जिनमें भारत का नाम भी शामिल है.
ब्रह्मोस मिसाइल डील के बाद फिलीपींस और भारत के बीच एक और बड़े समझौते को लेकर बात चल रही है. फिलीपींस के मनीला एयरपोर्ट की खस्ता हालत को ठीक करने का टेंडर भारत को मिल सकता है. इसके लिए फिलीपीन सरकार ने 3 बिलियन डॉलर खर्च करने का प्लान बनाया है. प्रोजेक्ट के लिए उसने पिछले साल अगस्त में टेंडर के लिए बोली लगाई थी. इसे लेकर संकेत मिले हैं कि 4 निजी बोलीदाताओं में भारत का नाम सबसे आगे है. फिलीपींस जल्द ही प्रोजेक्ट के लिए अनुबंध करने की तैयारी में है.
यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, फिलीपींस के मनीला का निनोय एकुइनो इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NAIA) को दुनियाभर के एयरपोर्ट में सबसे खराब हवाई अड्डे की श्रेणी में रखा गया था इसलिए सरकार एयरपोर्ट को अपग्रेड करना चाहती है. फ्लाइट्स की संख्या, उड़ान में देरी और अन्य सुविधाओं को सुधारने पर ध्यान दे रही है. रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट टेंडर के लिए बिडर कंपनियों में भारत का जीएमआर ग्रुप भी शामिल है.
एयरपोर्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट से जुड़े फिलीपीन के एक अधिकारी टिमोथी जॉन ने बताया कि चार बोलीदातों में से तीन को शॉर्टलिस्ट कर लिया गया है. 15 फरवरी तक एग्रीमेंट को लेकर सभी चीजें पूरी कर ली जाएंगी और साल की दूसरी या तीसरी तिमाही तक प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर लिया जाएगा.
भारत के साथ किन बिडर्स को किया गया शॉर्टलिस्ट
तीन शॉर्टलिस्ट किए गए बोलीदाताओं में भारत के जीएमआर ग्रुप के अलावा अमेरिकी मैनेजमेंट फर्म ब्लैकरॉक और फिलीपींस मल्टीनेशनल कॉर्पोरेशन सैन मिगुएल होल्डिंग कॉर्प शामिल हैं. चौथे बिडर एशियन एयरपोर्ट कॉन्सोर्टियम को टेक्नीकल मूल्यांकन प्रक्रिया पर खरा नहीं उतर पाने के चलते लिस्ट से बाहर कर दिया गया था. भारत के जीएमआर ग्रुप ने फिलीपीन सरकार को 33.3 फीसदी, अमेरिकी कंपनी ने 25.91 और सैन मिगुएल होल्डिंग कॉर्प ने 82.16 प्रतिशत वार्षिक रिवेन्यू देने का प्रस्ताव दिया है.
चीन के साथ तनाव के बीच भारत-फिलीपींस के उभरते रिश्ते
अगर भारत को यह टेंडर मिल जाता है तो बुनियादी क्षेत्र में दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग के लिए उदाहरण पेश करेगा. उधर, साउथ चाइन सी में चीन से टकराव के बीच फिलीपींस और भारत के बीच इस डील की चर्चा है. चीन के साथ टेंशन के चलते फिलीपींस की मित्र देशों पर निर्भरता तेजी से बढ़ती दिख रही है. भारत भी फिलीपींस के साथ स्वतंत्र, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए समान हित साझा करता है.
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