नई दिल्ली: पूरा विश्व इस समय कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है. इटली, स्पेन, अमेरिका के जैसे विकसित देशों के बाद भारत में भी इसका काफी प्रभाव पड़ रहा है. भारत में इसे नियंत्रण करने के प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन जनसंख्या अधिक होने और लोगों की जागरूकता की कमी के चलते इसकी टेस्टिंग उचित तौर पर नहीं हो पा रही है. भारत के सभी क्षेत्रों में इसकी टेस्ट किट्स को पहुंचाना सबसे पहली प्राथमिकता बन गई है. जिससे की किसी को भी समय रहते इस बीमारी का पता चल जाए.


इस पर विचार करते हुए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और इंडिया पोस्ट ने गठबंधन किया है. इंडिया पोस्ट पूरे देश में कोरोनावायरस टेस्टिंग के लिए कोविड-19 टेस्टिंग किट को अपने 16 क्षेत्रीय डिपो से 200 अतिरिक्त लैब में डिलीवरी करेगा. एक आधिकारिक बयान में बताया गया, 'आईसीएमआर ने एक दिन में पूरे देश में एक लाख टेस्ट करने का लक्ष्य रखा है. इस अहम काम के लिए 156000 डाकघरों के बड़े नेटवर्क के साथ इंडिया पोस्ट कोविड-19 वॉरियर्स में बदल गया है.'


ड्राई आइस में टेस्टिंग किट्स की पैकिंग


आधिकारिक बयान में कहा गया कि टेस्टिंग किट्स की डिलिवरी की सूचना लैब को प्रतिदिन के आधार पर व्हाट्सएप के जरिए दी जाएगी. इंडिया पोस्ट कोलकाता, रांची, पटना, जोधपुर, अजमेर, जयपुर, इंफाल और आइजोल सहित अन्य जगहों पर डिलीवरी कर चुका है. यह किट्स एक ड्राई आइस में पैक कि गई थी.


रवि शंकर प्रसाद ने की सराहना


केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने इस पर खुशी जताई और सराहना की है. उन्होंने कहा कि आईसीएमआर और डाक विभाग के बीच पार्टनरशिप और प्रतबद्धिताएं की वह सराहना करते हैं. इंडिया पोस्ट लोगों के घरों पर चिट्ठियां, दवाइयां, आर्थिक सहायता पहुंचाता है. यहां तक लॉकडाउन के समय में जरूरतमंदों को भोजन का वितरण और राशन भी दे रहा है. इंडिया पोस्ट के डाकिए इस चुनौती भरे वक्त में देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ें हैं.


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