(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Presidential Election 2022: कौन होगा विपक्ष का उम्मीदवार? गोपालकृष्ण गांधी ने भी पेशकश को ठुकराया, जानें क्या कहा
Gopalkrishna Gandhi: पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी सोमवार को तीसरे ऐसे व्यक्ति बन गए हैं जिन्होंने विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है.
Gopalkrishna Gandhi Decline Opposition Presidential Candidate: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी दलों के बीच गहमागहमी तेज है. इस बीच महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी (Gopalkrishna Gandhi) ने विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार (Opposition Candidate) बनने से मना कर दिया है. गोपालकृष्ण गांधी ने कहा कि वो विपक्षी दलों की ओर से अपने नाम की पेशकश किए जाने को लेकर बहुत ही आभारी हैं. राष्ट्रपति उम्मीदवार (Presidential Candidate) बनने से मना करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष किसी और नाम पर विचार करे, जो मुझसे कहीं बेहतर राष्ट्रपति साबित हो सकता है.
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी सोमवार को तीसरे ऐसे व्यक्ति बन गए हैं जिन्होंने विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है. 15 जून को विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने के कयासों पर गोपालकृष्ण ने उस दौरान कहा था कि अभी इस बारे में कोई भी टिप्पणी करना जल्दबाजी होगा.
गोपालकृष्ण गांधी ने क्या कहा?
महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि उम्मीदवारी को लेकर गहराई से विचार करने के बाद मैं देखता हूं कि विपक्ष का उम्मीदवार ऐसा होना चाहिए जो विपक्षी एकता के अलावा राष्ट्रीय सहमति और राष्ट्रीय माहौल पैदा करे. गोपालकृष्ण गांधी ने कहा कि मुझे लगता है कि और भी लोग होंगे जो मुझसे कहीं बेहतर काम करेंगे. इसलिए मैंने नेताओं से अनुरोध किया है कि ऐसे व्यक्ति को अवसर देना चाहिए. भारत को ऐसा राष्ट्रपति मिले, जैसे कि अंतिम गवर्नर जनरल के रूप में राजाजी (सी राजगोपालाचारी) थे और जिस पद की सबसे पहले शोभा डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने बढ़ाई. पूर्व नौकरशाह गोपालकृष्ण गांधी ने दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त के रूप में भी काम कर चुके हैं.
शरद पवार, फारूक अब्दुल्ला भी कर चुके हैं इनकार
इससे पहले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया था. 15 जून को टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली में राष्ट्रपति उम्मीदवार पर चर्चा को लेकर विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी. बैठक से पहले ममता बनर्जी ने शरद पवार से मुलाकात भी की थी.
अब शरद पवार की अध्यक्षता में विपक्ष की बैठक
राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव (Presidential Election 2022) से पहले विपक्ष में बैठकों का दौर जारी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के बाद अब एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने 21 जून को नई दिल्ली में विपक्ष की बैठक बुलाई है. इस बैठक में राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर चर्चा की जाएगी. वहीं सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बैठक में शामिल नहीं होंगी. टीएमसी के प्रतिनिधि इस बैठक में हिस्सा लेंगे.
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