BSF 60th Anniversary: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 60वें स्थापना दिवस के अवसर पर जवानों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं. रविवार यानी आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी ने कहा "बीएसएफ साहस, समर्पण और असाधारण सेवा का प्रतीक है और यह हमारी सुरक्षा की एक महत्वपूर्ण पंक्ति के रूप में खड़ा है" उन्होंने जवानों की सतर्कता और साहस की सराहना करते हुए यह भी कहा कि उनकी मेहनत और बलिदान देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बीएसएफ के जवानों और उनके परिवारों को स्थापना दिवस की बधाई दी. उन्होंने कहा "बीएसएफ के सैनिकों ने भारत के सम्मान और महत्वाकांक्षाओं की रक्षा की है." शाह ने जवानों के वीरता और बलिदान को प्रेरणा का स्रोत बताते हुए कहा कि उनकी जांबाजी से देश की हर पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है. उन्होंने उन बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी.


बीएसएफ की 60 वर्षों की यात्रा


सीमा सुरक्षा बल का स्थापना दिवस 1 दिसंबर को मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन 1965 में इस सैन्य इकाई की स्थापना की गई थी. बीएसएफ का मुख्य उद्देश्य भारत की भूमि सीमा की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय अपराध से निपटना है. भारत की लगभग 15,000 किलोमीटर लंबी सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ के कंधों पर है और यह अपने कर्तव्यों को अत्यंत समर्पण के साथ निभा रहा है. बीएसएफ के 60वें स्थापना दिवस पर बल ने अपने ध्येय वाक्य "जीवनपर्यन्तकर्त्तव्य" को दोहराते हुए राष्ट्र रक्षा और निर्माण में अपनी प्रतिबद्धता को व्यक्त किया.


बीएसएफ के समर्पण और वीरता को सलाम


सीमा सुरक्षा बल न केवल भारत की सीमाओं की रक्षा करता है बल्कि यह देश के आंतरिक सुरक्षा के लिए भी अहम भूमिका निभाता है. अपने साहस, दृढ़ता और अथक प्रयासों से बीएसएफ ने देश को सुरक्षा प्रदान की है जो राष्ट्र निर्माण में सहायक है. इस अवसर पर बीएसएफ ने अपने कर्मियों की वीरता और बलिदान को सलाम किया और अपनी जिम्मेदारियों को और भी दृढ़ नायकता के साथ निभाने का संकल्प लिया.


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