नई दिल्ली: भारत ने इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के जम्मू कश्मीर पर दिए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. बता दें कि संगठन ने पिछले सप्ताह हुई अपनी एक बैठक में जम्मू कश्मीर के लोगों के कानूनी अधिकार के प्रति संगठन का पूरा समर्थन किया है. संगठन ने कश्मीर मसले पर एक विदेश दूत की नियुक्ति भी की है. ओआईसी के इस बयान को विदेश मंत्रालय ने खारिज करते हुए कहा कि संगठन के अधिकार क्षेत्र में यह नहीं आता है.
विदेश मंत्रालय का बयान
ओआईसी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ''हम स्पष्ट तौर पर ओआईसी के कश्मीर मसले पर दिए बयान को खारिज करते हैं.''
विदेश मंत्रालय का पहले का बयान
इससे पहले ओआईसी के मार्च महीने में जम्मू कश्मीर मुद्दे के प्रस्ताव पर सिर्फ इतना कहा था कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और यह मुद्दा भारत का आंतरिक है. इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के 57 देशों का एक समूह है. इसमें से 53 देश इस्लामिक हैं.
मार्च में सुषमा स्वराज विशेष अतिथि के तौर गई थी ओआईसी की बैठक में
बता दें कि मार्च महीने में ओआईसी की बैठक में तत्कालीन भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को विशेष अतिथि के तौर पर बुलाया गया था. इस वजह से पाकिस्तान ने ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉरपोरेशन की बैठक का बहिष्कार किया था. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि वह विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं.
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