UNHRC: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में पाकिस्तान (Pakistan) की विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार (Hina Rabbani Khar) ने एक बार फिर से भारत पर झूठे आरोप लगाने की कोशिश की थी. हालांकि, उनके सभी आरोपों पर भारत ने करारा जवाब दिया है. भारतीय राजनयिक सीमा पुजानी (Seema Pujani) ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर आड़े हाथ लिया और उसे आईना दिखाने का काम किया है. 


सीमा पुजानी ने कहा कि कोई भी धार्मिक अल्पसंख्यक आज पाकिस्तान में स्वतंत्र रूप से नहीं रह सकता है या अपने धर्म का पालन नहीं कर सकता है. दुनिया भर में हजारों नागरिकों की मौत के लिए पाकिस्तान की नीतियां सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं. पिछले एक दशक में जबरन लापता होने पर पाकिस्तान के अपने जांच आयोग को 8,463 शिकायतें मिली हैं. बलूच लोगों ने इस क्रूर नीति का खामियाजा भुगता है. छात्रों, डॉक्टरों, इंजीनियरों, शिक्षकों और समुदाय के नेताओं को नियमित रूप से गायब कर दिया जाता है. 


'प्रोपगेंडा फैला रहा पाकिस्तान'


कश्मीर को लेकर भी भारत ने पाक को कड़ा जवाब दिया. पुजानी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों के पूरे क्षेत्र भारत का हिस्सा थे, हैं और हमेशा रहेंगे. पड़ोसी मुल्क हमेशा से भारत के खिलाफ प्रोपगेंडा फैलाने का काम करना रहा है. ये पाकिस्तान की गलत प्राथमिकताओं का संकेत है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर रहा है. 


'आतंकियों को संरक्षण देता है पाक'


पाकिस्तान पोषित आतंकवाद को बेनकाब करते हुए भारतीय राजनायिक ने कहा, "पाकिस्तान ने हमेशा ही आतंकियों को संरक्षण दिया है. आतंकी हाफिज सईद और आतंकी मसूद अजहर का वर्षों से पालन-पोषण किया जा रहा है. आतंकी ओसामा बिन लादेन तो पाकिस्तानी आर्मी की डिफेंस कॉलोनी के बगल में रहता था."


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