Russia Ukraine Conflict: पाकिस्तान की आसमा शफीक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कहा है. दरअसल, आसमा यूक्रेन में फंसी थीं और वे एक पाकिस्तानी छात्रा हैं. रूस और यूक्रेन में जारी जंग के बीच आसमा कीव में फंसी थी. भारतीय दूतावास की मदद से आसमा यूक्रेन से बाहर यानी सुरक्षित स्थान पर पहुंच पाईं. इसे लेकर उन्होंने एक वीडियो के जरिए भारतीय दूतावास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद बोला है.
आसमा शफीक यूक्रेन में सूमी स्टेट मेडिकल कॉलेज में पढ़ती है. उन्होंने वीडियो जारी कर कहा है कि वे पाकिस्तान से हैं. उन्होंने कहा, "मैं कीव स्थित भारत के दूतावास का धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने मुश्किल परिस्थिति में हमारी मदद की. मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी शुक्रगुजार हूं. हमारी मदद करने के लिए धन्यवाद. भारतीय दूतावास की मदद से हम अपने घर सुरक्षित जा पा रहे हैं."
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच कई दिनों से जंग जारी है. इस बीच, भारत समेत दुनिया के कई देशों के नागरिक समेत भारतीय छात्र फंसे हुए थे. युद्ध के बीच भारतीय छात्रों को निकालने के लिए भारत सरकार 'ऑपरेश गंगा' अभियान चला रही है. इस अभियान के तहत यूक्रेन की राजधानी कीव समेत अन्य शहरों से अब तक हजारों छात्रा वतन वापस लौट चुके हैं.
17 हजार छात्र देश लौटे
भारत सरकार अब तक 'ऑपरेशन गंगा' के तहत 17 हजार छात्रों को देश वापस ला चुकी है. वहीं, सुमी में फंसे 700 भारतीय ह्यूमैन कॉरिडोर से कल यानी मंगलवार को शहर से बाहर लाए गए. वहीं, रूस ने आज यानी बुधवार को एक बार फिर लोगों को युद्ध क्षेत्र से सुरक्षित निकालने के लिए सीजफायर की घोषणा की है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह घोषणा बुधवार सुबह की गई. रूसी सैनिक मानव कॉरिडोर बनाकर लोगों को निकालने के लिए तैयार हुए हैं.
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