Jammu and Kashmir: हाल ही में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान से गोलीबारी और आईईडी हमलों की घटनाओं के बीच जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार (17 फरवरी) को कहा कि भारतीय सेना सीमा पर किसी भी स्थिति का सामना करने में पूरी तरह सक्षम है. उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि सेना दुश्मन ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है. इस दौरान उन्होंने ये. भरोसा भी जताया कि आतंकवाद विरोधी अभियानों में कोई रुकावट नहीं आएगी.


मनोज सिन्हा जम्मू विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे जब उनसे 11 फरवरी को जम्मू क्षेत्र के अखनूर सेक्टर में संदिग्ध आतंकवादियों की ओर से किए गए आईईडी हमले के बारे में पूछा गया. इस हमले में एक कैप्टन सहित दो सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे. इसके अलावा राजौरी और पुंछ जिलों में सीमा पार से गोलीबारी की घटनाएं भी सामने आई जिनमें दो सैन्यकर्मी घायल हुए थे जबकि पिछले सप्ताह एक बारूदी सुरंग के विस्फोट में एक और सैन्यकर्मी घायल हुआ था.


'आतंकवाद को खत्म करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता'


मनोज सिन्हा ने इस दौरान आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात भी की. उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस दिशा में कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी. इसके लिए सेना को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि हर कीमत पर आतंकवाद पर काबू पाया जाए और राज्य में शांति कायम की जाए. उन्होंने ये भी बताया कि सेना के साथ-साथ जम्मू कश्मीर पुलिस भी इस मुहिम में पूरी तरह से सहयोग कर रही है. दोनों बलों के बीच समन्वय से राज्य में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई और मजबूत हो रही है.


पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन से जम्मू-कश्मीर में बढ़ा तनाव


पाकिस्तान की ओर से लगातार सीमा पर सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं के चलते जम्मू कश्मीर की स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है. हालांकि सिन्हा ने ये स्पष्ट किया कि भारतीय सेना इस चुनौती का सामना पूरी मजबूती से कर रही है. उन्होंने ये भी बताया कि राज्य में सुरक्षा बलों को अलग-अलग आतंकी गतिविधियों के खिलाफ काम करने के लिए पर्याप्त संसाधन और समर्थन मिल रहे हैं.


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