भारत का पाकिस्तान को करारा जवाबः हमारे अंदरूनी मामले में दखल ना दें पाक, दुनिया चाल समझ चुकी है
भारत सरकार ने पाकिस्तान के नेताओं के बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताया है और कहा है कि ये भारत के अंदरूनी मामलों में दखल है. पाकिस्तान के इस रवैये की भारत सरकार कड़ी आलोचना करती है.
नई दिल्लीः भारत सरकार ने पाकिस्तान के नेताओं के लगातार आ रहे बयानों पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा है कि पाकिस्तान के नेताओं के बयान भारत के अंदरूनी मामलों में दखल है और पाकिस्तानी नेताओं के बयान बेहद गैर-जिम्मेदाराना हैं. पाकिस्तान के इस रवैये की भारत सरकार कड़ी आलोचना करती है. रवीश कुमार ने ये भी कहा कि कश्मीर पर पाकिस्तान झूठ फैला रहा है और पाकिस्तान की चाल दुनिया ने समझ ली है. पाकिस्तान के दावे झूठ पर आधारित हैं और दुनिया पाकिस्तान के जाल में नहीं फंसेगी.
इसके अलावा कश्मीर की स्थिति पर उन्होंने कहा कि एक भी घटना ऐसी नहीं हुई है जिसमें कश्मीर के किसी अस्पताल में दवाइयों की कमी हुई हो या किसी डिस्पोजल आइटम की कमी हुई हो. एक भी जान की हानि नहीं हुई है और न ही एक भी गोली चलाई गई है. जमीन पर धीरे-धीरे और सकारात्मक सुधार देखा जा रहा है.
Raveesh Kumar, MEA on J&K: Not even in one incident any hospital has reported shortage of drug or of any disposable item. Not a single life has been lost, not a single bullet has been fired. There has been gradual but positive improvement in situation on ground. pic.twitter.com/F9Od3k4yaM
— ANI (@ANI) August 29, 2019
रवीश कुमार ने कहा कि हमें इस बात की खबर है कि पाकिस्तान अतंकियों को भारत में भेजने की कोशिश कर रहा है. भारत कहता रहा है कि पाकिस्तान अपनी ज़मीन पर मौजूद आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे. यह उसकी अंतरराष्ट्रीय जवाबदेही भी है.
विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने ये भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की हालिया विदेश यात्रा के संदर्भ में हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि जब भी इस तरह की कोई वीवीआईपी यात्रा होती है तो रुट परमिशन ली जाती है. उन सभी देशों से जो मार्ग में आते हैं. यह रुट परमिशन मिलने के बाद ही यात्रा होती है. हवाई क्षेत्र बंद करने को लेकर अभी कोई आधिकारिक संदेश पाकिस्तान से नहीं मिला है. कुछ इलाकों में नोटेम कुछ समय के लिए ज़रूर जारी किए गए थे. मगर यह क्यों किया गया ये वही बता सकते हैं.
रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान से आ रहे बयान और ट्वीट बहुत गैर जिम्मेदाराना हैं. इनकी भर्त्सना करते हैं. भारत में हिंसा भड़काने, जिहाद करने के लिए उकसाऊ भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह भारत के अंदरूनी मामलों में दखल है. पाकिस्तान समझे कि दुनिया अब उनके जाल में फंसने वाली नहीं है. उनके दावे झूठ पर आधारित हैं.
पाकिस्तान के गजनवी मिसाइल टेस्ट के बारे में रवीश कुमार ने कहा कि हमें इस मिसाइल टेस्ट की जानकारी उन्होंने दी थी. स्थापित व्यवस्था के अनुसार उन्होंने बताया था और हमें इस इस बारे में पता था.
दरअसल कल ही जम्मू-कश्मीर को लेकर मोदी सरकार के फैसलों से बौखलाए इमरान खान के मंत्री शेख रशीद ने कहा कि अक्टूबर-नवंबर में युद्ध हो सकता है. उन्होंने कहा कि हमें कश्मीर के लोगों के साथ खड़ा होना चाहिए. रशीद ने कहा कि हम खुशनसीब हैं कि हमारा दोस्त चीन हमारे साथ खड़ा है. पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद ने कहा कि भारत के साथ अक्टूबर के आखिर और नवंबर, दिसंबर में जंग होते देख रहा हूं. इसके लिए कौम को तैयार करने के लिए निकला हूं. ये जरूरी नहीं है कि जंग हो. लेकिन जिस मोदी को समझने में बड़े सियासतदानों ने गलती की, मैंने गलती नहीं की. कश्मीर की आवाज के साथ कंधा मिलाना है, वरना इतिहास हमें कभी माफ नहीं करेगा.''स्कूल में दलित बच्चों के साथ खाना नहीं खाते सामान्य जाति के बच्चे, मायावती ने कही ये बात
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