India-Canada Row: खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच विवाद जारी है. इस बीच भारत ने कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवा फिर से बुधवार (25 अक्टूबर) को शुरू कर दी.


कनाडा के ओटावा में मौजूद भारत के उच्चायोग (High Commission of India) ने सोशल मीडिया एक्स पर बताया कि वीजा सेवा- प्रवेश वीजा, बिजनेस वीजा, मेडिकल वीजा और कॉन्फ्रेंस वीजा की श्रेणी में ही शुरू किया गया है.


उच्चायोग  ने आगे बयान में कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अस्थाई तौर पर वीजा देने पर पहले रोक लगाई गई थी. ऐसे में सुरक्षा स्थिति रिव्यू करने के बाद वीजा सर्विस दोबारा से शुरू की गई है. ये फैसला गुरुवार (26 अक्टूबर) से लागू होगा.  






कनाडा ने 41 राजनयिकों को बुलाया वापस
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने हाल ही में कहा था कि भारत में कनाडा के राजनयिक ज्यादा हैं तो ऐसे में संतुलन बनाने की जरूरत है. ये लोग हिंदुस्तान के आतंरिक मामलों में दखल भी देते हैं. ऐसे में हम जल्द ही राजनयिकों को देने वाली छूट वापस लेंगे. 


इसके बाद कनाडा को अपने 41 डिप्लोमैट को वापस बुलाना पड़ा. साथ ही कनाडा ने कहा था कि ये अंतर्राष्ट्रीय कानूनों को उल्लंघन है. इसपर बागची ने कहा था कि ये सब वियना कन्वेंशन के आर्टिकल 11.1 के तहत हुआ है. 


कनाडा और भारत में कैसे विवाद शुरू हुआ?
हाल ही में कना़डा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया था कि निज्जर के मर्डर में भारतीय एजेंट का हाथ हो सकता है. इसपर जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि ट्रूडो के सारे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं. 


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