कश्मीर में उतरेगा ये खतरनाक रूसी टैंक, भारत से डील हुई पक्की... पाकिस्तान की बढ़ी टेंशन
Sprut SDM1 एक विध्वंसक हल्का टैंक है. रूस की यह पेशकश भारत द्वारा लाइट टैंक हासिल करने के लिए अपना प्रोजेक्ट जोरावर शुरू करने के बाद आई है. दोनों देशों के बीच इसे लेकर डील फाइनल हो गई.
Sprut SDM1 Tank Deal: भारत और रूस ने एक बार फिर दुनिया को दिखा दिया है कि दोनों पक्के साथी हैं. दोनों देशों के बीच एक ऐसे टैंक की डील फाइनल हो गई है जो बेहद हल्का और अत्याधिक तकनीकों से लैस है. ये डील भारत की आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड और रूस की कई कंपनियों के साथ हुई है. इस टैंक का नाम है Sprut SDM1.
भारत इस टैंक और कश्मीर और लद्दाख से सटे सरहदी इलाके में तैनात करने की योजना में है. Sprut SDM1 एक टैंक विध्वंसक या हल्का उभयचर टैंक है. इसे पहाड़ या रेतीले इलाके के लिए बनाया गया है. रूस की यह पेशकश भारत द्वारा लाइट टैंक हासिल करने के लिए अपना प्रोजेक्ट जोरावर शुरू करने के बाद आई है.
चीन की निकलेगी हवा
भारतीय सेना वर्तमान में रूसी मूल के टी-72 और टी-90 भारी टैंकों का इस्तेमाल करती है. हालांकि, पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध के बाद, भारतीय सेना को पीएलए का मुकाबला करने के लिए हल्के टैंक तैनात करने की योजना बनाई और इस वजह से भी भारत के लिए Sprut SDM1 के लिए रूसी डील अहम हो गया है.
रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के अनुसार, Sprut SDM1 अपनी श्रेणी में 125 मिमी टैंक गन और मुख्य युद्धक टैंक की मारक क्षमता वाला इकलौत हल्का उभयचर लड़ाकू वाहन है. टैंक विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच (ईआरए) सहित बख्तरबंद लक्ष्यों को मात देने के लिए एक निर्देशित मिसाइल प्रणाली से लैस है.
हर मौसम टैंक देगा साथ
SPRUT-SDM1 का मकसद युद्ध निगरानी करना, युद्ध सुरक्षा बनाए रखना, दुश्मन के गढ़ों और सुरक्षा को नष्ट करना और भारी बख्तरबंद लक्ष्यों के साथ युद्ध में लगे बलों को अग्नि सहायता देना है. SPRUT हल्की हवा वाले पहाड़ी इलाके में अत्यधिक उच्च और निम्न तापमान पर दिन-रात काम कर सकता है, पानी की बाधाओं को पार कर सकता है और पानी में रहते हुए अपनी तोप से फायर कर सकता है. यह जहाजों से भी उतर सकता है.
ये भी पढ़ें: