Corona Vaccination in India: आज देश के लिए अहम दिन है. आज कोरोना वायरस जैसी महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन का साल पूरा हो रहा है. आज के दिन 16 जनवरी 2021 को देश में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाए जाने की शुरूआत हुई थी, उसके बाद से कोरोना टीके दिए जाने का सिलसिला जारी है. अबतक देश में वैक्सीन की 156 करोड़ डोज़ लगाई जा चुकी हैं, लेकिन पूरी आबादी को टीका लगाने का लक्ष्य अब भी दूर है.
एक साल पहले 138 करोड़ की आबादी को वैक्सीन दिया जाना आसान नहीं था. आज जब कोरोना की तीसरी लहर फैली हुई है, उसमें टीकाकरण गंभीर बीमारी को रोकने में बड़ी भूमिका निभा रहा है. बड़ी बात यह है कि देश में 8 फीसदी आबादी ऐसी है, जिसे अब तक एक भी टीका नहीं लगा. वहीं, 31 फीसदी आबादी ऐसी है, जिन्हों अब तक दोनों टीके नहीं लगे.
पिछल एक साल के वैक्सीनेशन का पड़ाव
- 18+ की 95 करोड़ की आबादी को वैक्सीन की डोज लगाई जानी थी.
- अब तक 87 करोड़ को पहली डोज लग चुकी है.
- यानी करीब 92 फीसदी आबादी को पहली डोज लग चुकी है.
- वहीं करीब 65 करोड़ की आबादी को दोनों डोज लग चुकी हैं, यानी करीब 69 फीसदी.
15 से 18 साल की उम्र के करीब 8 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है, जिसका काम कुछ दिन पहले ही शुरू हुआ. अब तक सवा तीन करोड़ बच्चों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. यानी करीब 41 फीसदी. इन बच्चों को दूसरी डोज लगाई जानी अभी बाकी है. बीते सोमवार से ही बूस्टर डोज लगनी शुरू हुई है, करीब तीन लाख लोगों को बूस्टर डोज लगाई जानी है, जिसमें से 38 लाख बूस्टर डोज लगाई जा चुकी है. यानी करीब 13 फीसदी.
भारत का वैक्सीनेशन कार्यक्रम दुनिया के सबसे बड़े कार्यक्रमों में शामिल
भारत बनाम ब्रिटेन की तलुना करें तो ब्रिटेन में कुल वैक्सीनेशन 13 करोड़ 61 लाख हुआ है. जबकि भारत ने पिछले 19 दिन में टीके लगाए 14 करोड़ 15 लाख से ज्यादा. यानी जितना ब्रिटेन ने पूरे साल में टीके लगाए हैं, भारत ने उतने टीके सिर्फ 19 दिन में लगाए हैं.
इसी तरह दुनिया की महाशक्ति अमेरिका से तुलना करें तो अमेरिका में कुल वैक्सीनेशन हुआ है 52 करोड़ 56 लाख. जबकि भारत में कुल वैक्सीनेशन 156 करोड़ से ज्यादा हो चुके हैं. यानी भारत अमेरिका से तीन गुना वैक्सीन लगा चुका है.
100 फीसदी वैक्सीनेशन से भारत बहुत दूर
साल भर हो चुका है लेकिन देश अभी 100 फीसदी वैक्सीनेशन से बहुत दूर है. ऐसे में सवाल है कि कब कब तक लगेगा 100 फीसदी आबादी को टीका. देश में 15+ की कुल आबादी 103 करोड़ है, जिसमें से करीब 90 करोड़ को पहली डोज लगी है, जबकि करीब 65 करोड़ को दूसरी डोज लगी है. इसके मायने ये कि करीब 12 करोड़ 38 लाख की 15+ की आबादी को पहली डोज लगनी बाकी है, जबकि 37 करोड़ 85 लाख की आबादी को दूसरी डोज लगनी बाकी है.
टीकाकरण की रफ्तार देखें तो रोजाना 25 लाख से ज्यादा लोगों को पहली डोज लग रही है. जबकि 43 लाख की आबादी को रोजाना दूसरी डोज लग रही हैं. ऐसे में 15+ की आबादी को पहला टीका लगने में 49 दिनों का वक्त लगेगा, जबकि दूसरा टीका लगने में 89 दिन लगेगा. 15+ की आबादी को मार्च 2022 के पहले हफ्ते तक कोरोना का पहला टीका लग जाएगा, जबकि अप्रैल 2022 के तीसरे हफ्ते तक 15+ की पूरी आबादी को कोरोना के दोनों टीके लग पाएंगे.
भारत के लिए खतरा
- देश की 33 फीसदी आबादी को अब तक टीका नहीं.
- 15 साल तक के बच्चों को टीका लगने की शुरुआत नहीं हुई है.
- देश की आबादी 138 करोड़.
- पहली डोज लगी 90 करोड़.
- यानी बाकी हैं 47 करोड़ आबादी.
भारत ने कैसे पकड़ी रफ्तार
- 0 से 50 करोड़ डोज- 203 दिन
- 50 से 100 करोड़ डोज- 75 दिन
- 100 से 150 करोड़ डोज– 82 दिन