नई दिल्ली: भारत का असली टीकाकरण टेस्ट अभी बाकी है. कोरोना की वैक्सीन की मांग प्रमुख रूप से जुलाई के अगले हफ्ते से शुरू होगी. 18 से 44 उम्र वर्ग के लोग जिन्होंने मई में कोविशील्ड वैक्सीन ली है अब अगले हफ्ते दूसरी डोज भी लेना शुरू कर देंगे. वहीं जिन्होंने 21 जून के बाद से कोवैक्सीन ली है वह सभी दूसरी डोज लेने के भी पात्र होंगे.
ऐसे में 21 जुलाई से शुरू होने वाले सप्ताह से हर दिन एक करोड़ डोज की जरूरत पड़ेगी. ये मांग में उछाल ऐसे समय आ रहा है जब कुछ राज्यों में पहले ही वैक्सीन की कमी है. केंद्र सरकार के को-विन डैशबोर्ड के अनुसार शुक्रवार शाम तक भारत में टीके लगाने वाले कुल 315 मिलियन लोगों में से 235.7 मिलियन को टीके की पहली खुराक मिली है. जबकि अन्य 79.3 मिलियन लोगों को पूरी तरह से टीका लगाए गए हैं.
वहीं सरकार का अनुमान है कि 21 जुलाई से शुरू होने वाले सप्ताह में यह संख्या 10 मिलियन खुराक जितनी अधिक हो सकती है. फिलहाल मांग में अपेक्षित उछाल ऐसे समय में आया है जब राज्य और केंद्र खुराक की आपूर्ति को लेकर छिड़ा कोल्ड वार बंद हो गया है. बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि जुलाई में वैक्सीन की उपलब्धता 135 मिलियन खुराक की जाएगी.
बता दें कि अभी तक कुल 39 करोड़ 96 लाख 95 हजाकर 879 कोरोना वैक्सीन की खुराक दी गई है. जिसमें से 31 करोड़ 86 लाख 65 हजार 226 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली और 8 करोड़ 10 लाख 30 हजार653 लोगों को दूसरी डोज लगाई गई है. शुक्रवार की बात करें तो बीते 24 घंटे के दौरान 42 लाख12 हजार 557 डोज दी गई हैं. जिसमें 24 लाख 46 हजार 76 लोगों को पहली और 17 लाख 66 हजार 481 को दूसरी कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई गई है.
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