नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने 41 देशों को विशाखापट्टनम में होने वाली 'मिलन' एक्सरसाइज के लिए आमंत्रित किया है. ये युद्धभ्यास अगले साल मार्च के महीने में विशाखापट्टनम में होने जा रहा है. रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाइक ने सोमवार को संसद में एक लिखित सवाल के जवाब में ये जानकारी दी. साथ ही उन्होनें उन 41 देशों की सूची भी संसद के पटल पर रखी जिन्हें इस एक्सरसाइज में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रण भेजा गया है. ये दो साल में एक बार होने वाली एक्सरसाइज है. पहली बार 1995 में शुरू हुई ये एक्सरसाइज पहली बार विशाखापट्टनम में होने जा रही है. इससे पहले तक ये अंडमान निकोबार में होती थी.


खास बात ये है कि मिलन एक्सरसाइज के लिए भारत ने दुनिया की दोनों महाशक्ति, रूस और अमेरिका को निमंत्रण भेजा है. रूस‌ और अमेरिका की चिर-परिचित प्रतिद्धंदिता दुनिया से छिपी नहीं है. यहां तक की जब भारत ने रूस से एस 400 मिसाइल खरीदने का करार किया था तो अमेरिका ने उसका विरोध किया था. हालांकि अमेरिका ने भारत पर अपना कड़ा कानून 'काटसा' (काउंटरिंग अमेरिकाज़ एडवर्सेरीज थ्रू सेंक्शंस) नहीं लगाया था. अमेरिका के साथ साथ जापान और आस्ट्रेलिया की नौसेनाओं को भी निमंत्रण भेजा गया है जिनके साथ भारत ने एक नया गठजोड़, 'क्वॉड' बनाया है.


वहीं भारत ने चीन को इस एक्सरसाइज के लिए न्यौता नहीं भेजा है. लेकिन साऊथ चाइना सी से जुड़े इंडोनेशिया, थाईलैंड, वियतनाम और मलेशिया को बुलाया गया है. हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैंकॉक में एशियान-प्लस देशों के सम्मेलन में चीन पर अपरोक्ष रूप से हमला बोलते हुए दक्षिण चीन सागर में 'फ्रीडम ऑफ नेविगेशन' का आहवान किया था.


भारत ने मिलन एक्सरसाइज के लिए सऊदी अरब, यूएई, मिस्र, कतर, ईरान और इजरायल सहित अफ्रीकी देश सोमालिया, जिबूती, इरीट्रिया और मोजंबिक को भी बुलावा भेजा है.


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