देश के दुश्मन होंगे समंदर में दफन! इंडियन नेवी को मिलेंगी 2400 करोड़ की मिसाइलें और टारपीडो
India-America Arms Deal: रिपोर्ट के मुताबिक भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही हथियार सौदे पर मुहर लग सकती है. इसके तहत भारत को खास अमेरिकी हथियार हासिल होंगे.
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India-America Arms Deal: भारत जल्द ही अमेरिका के साथ एक बड़े हथियार सौदे पर हस्ताक्षर करने जा रहा है, जिसके बाद समंदर में भारत की ताकत में जबर्दस्त इजाफा होगा. इस सौदे के तहत भारत को हेलफायर मिसाइल और मार्क 54 पनडुब्बी रोधी टारपीडो समेत अमेरिकी हथियार हासिल होंगे. इन हथियारों को 24 एमएच-60 हेलीकॉप्टर में लगाया जाएगा जिन्हें जल्द ही भारतीय नौसेना में शामिल किया जाना है.
एमएच-60 रोमियो हेलिकॉप्टरों के लिए हथियार पैकेज खरीदने के प्रस्ताव को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है और सौदे पर जल्द हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. इंडिया टुडे ने शीर्ष सरकारी अधिकारियों के हवाले से कहा है कि यह सौदा विदेशी सैन्य बिक्री मार्ग के तहत किया जाएगा.
क्या है इन हथियारों की खासियत ?
हेलफायर मिसाइल सटीक गाइडेड हथियार हैं, जिनका इस्तेमाल अमेरिकी सेना ने हाई-प्रोफाइल टारगेट के खिलाफ किया है. अन्य प्रमुख हथियारों में एमके 54 लाइटवेट टारपीडो शामिल हैं जो अमेरिकी जहाजों, फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टरों से उपयोग किए जाते हैं. यह अमेरिका का प्रमुख पनडुब्बी रोधी हथियार है.
इसे पहले से ही भारतीय नौसेना के P-8I पनडुब्बी रोधी युद्ध और निगरानी विमानों में शामिल किया गया है. भारत और अमेरिका ने 2020 में लॉकहीड मार्टिन से 24 MH-60 रोमियो हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए 16,000 करोड़ रुपये से अधिक के सौदे पर हस्ताक्षर किए हैं.
इन हथियारों से लैस होगा हेलीकॉप्टर
24 MH-60 रोमियो मल्टीमोड राडार और नाइट-विज़न उपकरणों के साथ-साथ मिसाइलों, टॉरपीडो और अन्य सटीक-निर्देशित हथियारों से लैस होंगे. MH-60s सी किंग हेलिकॉप्टरों की जगह लेने जा रहे हैं जो बहुत जल्द सेना से बाहर हो जाएंगे. MH-69 हेलीकॉप्टर को फ्रिगेट, डिस्ट्रॉयर, क्रूजर और एयरक्राफ्ट कैरियर से संचालित किया जा सकता है.
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