भारत में हिम तेंदुओं की कितनी आबादी, किस राज्य में इनकी सबसे ज्यादा संख्या, सर्वेक्षण रिपोर्ट में खुलासा, जानें डिटेल
Snow Leopards Data: साल 2016 से पहले तक तेंदुओं की रेंज के करीब एक तिहाई क्षेत्र पर शोध में सबसे कम ध्यान दिया गया. इस वजह से कई प्रदेशों के इलाकों में यह सिर्फ 5 फीसदी रह गया.
India Snow Leopards Data: केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने मंगलवार (30 जनवरी) को नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक के दौरान भारत में हिम तेंदुओं की स्थिति पर रिपोर्ट जारी की है. भारत में हिम तेंदुए की आबादी 718 रिकॉर्ड की गई है. स्नो लेपर्ड पॉपुलेशन असेसमेंट इन इंडिया (SPAI) कार्यक्रम के पहले जनसंख्या आकलन अभ्यास में यह पता चला है.
भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) हिम तेंदुए की आबादी के आकलन कार्यक्रम के लिए नेशनल कॉर्डिनेटर है. इस प्रोग्राम को सभी हिम तेंदुआ रेंज वाले राज्यों और दो संरक्षण भागीदारों- नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन, मैसूर और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया के सहयोग से किया गया था.
एसपीएआई ने देश में संभावित हिम तेंदुए की 70 फीसदी से अधिक रेंज को कवर किया, जिसमें वन और वन्यजीव कर्मचारी, शोधकर्ता, स्वयंसेवक और ज्ञान भागीदारों का योगदान शामिल रहा.
दो फेज में चलाया गया था सर्वेक्षण कार्यक्रम
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख तथा जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों सहित ट्रांस-हिमालयी इलाकों में करीब 107,594 किलोमीटर क्षेत्र को शामिल किया गया. यह कार्यक्रम 2019 से 2023 तक दो फेज में चलाया गया था.
पहले चरण में हिम तेंदुए के स्थानिक वितरण का मूल्यांकन करना, उनके निवास स्थान पर सहवास विश्लेषण करना, और 2019 में पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी) की ओर से भारत में हिम तेंदुओं की राष्ट्रीय जनसंख्या मूल्यांकन के दिशानिर्देशों के अनुरूप इनकी आबादी का पता करना शामिल है. वहीं, दूसरे चरण में, हर क्षेत्र में कैमरा ट्रैप का उपयोग करके हिम तेंदुए की बहुतायत का अनुमान लगाया गया.
सर्वेक्षण के दौरान 1,971 जगहों पर लगाए कैमरे
एसपीएआई की ओर से हिम तेंदुए के संकेतों को रिकॉर्ड करने के लिए 13,450 किलोमीटर के क्षेत्र का सर्वेक्षण किया गया था, जबकि 1,971 जगहों पर कैमरा ट्रैप तैनात किए गए थे. हिम तेंदुए का निवास 93,392 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में दर्ज किया गया था. इनकी अनुमानित उपस्थिति 100,841 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में पाई गई है. इस दौरान कुल 241 अद्वितीय हिम तेंदुओं की तस्वीरें खींची गईं.
2016 से पहले तेंदुओं की रेंज के शोध पर दिया बहुत कम ध्यान
एसपीएआई के डेटा विश्लेषण के आधार पर विभिन्न राज्यों में इनकी अनुमानित संख्या पर गौर करें तो लद्दाख (477), उत्तराखंड (124), हिमाचल प्रदेश (51), अरुणाचल प्रदेश (36), सिक्किम (21), और जम्मू तथा कश्मीर में तेंदुओं की संख्या 9 है. हाल की कुछ सालों तक भारत में हिम तेंदुए की रेंज अपरिभाषित थी. साल 2016 से पहले इनकी रेंज के करीब एक तिहाई (लगभग 100,347 वर्ग किलोमीटर) क्षेत्र पर शोध में सबसे कम ध्यान दिया गया जो कि लद्दाख, जम्मू एवं कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे इलाकों में घटकर केवल 5 फीसदी रह गया था.
हिम तेंदुओं का अस्तित्व बनाने को निगरानी की जरूरत
हिम तेंदुए की संख्या पर ठोस जानकारी इकट्ठा करने के लिए, एसपीएआई ने कैमरे के एक बड़े नेटवर्क का उपयोग करके हिम तेंदुओं के आवासों का सर्वेक्षण किया. हिम तेंदुओं का लंबे समय तक अस्तित्व बनाए रखने के लिए लगातार निगरानी की जरूरत है.
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