India On Bilawal Bhutto: संयुक्त राष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को लेकर दिए गए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के बयान पर भारत की ओर से करारा जवाब दिया गया है. पाकिस्तानी विदेश मंत्री के बयान को भारत ने 'असभ्य' बताया है. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार (16 दिसंबर) को कहा कि ये टिप्पणियां पाकिस्तान (Pakistan) के लिए भी एक नया निचला स्तर हैं. पाक के विदेश मंत्री स्पष्ट रूप से 1971 में इस दिन को भूल गए हैं, जो बंगालियों और हिंदुओं के खिलाफ पाकिस्तानी शासकों की ओर से किए गए नरसंहार का प्रत्यक्ष परिणाम था. 


विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी सोच बदलनी चाहिए. पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो ओसामा बिन लादेन को एक शहीद के रूप में महिमामंडित करता है और लखवी, हाफिज सईद, मसूद अजहर, साजिद मीर और दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकवादियों को शरण देता है. किसी अन्य देश में 126 संयुक्त राष्ट्र नामित आतंकवादी और 27 संयुक्त राष्ट्र नामित आतंकी संस्थाएं नहीं हैं. 


"पाकिस्तान को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत"


भारत के विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि पाक विदेश मंत्री ने यूएनएससी में मुंबई की एक नर्स अंजलि कुलथे की गवाही को अधिक गंभीरता से सुना होता, जिसने पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब की गोलियों से 20 गर्भवती महिलाओं की जान बचाई थी. स्पष्ट रूप से, वित्त मंत्री पाकिस्तान की भूमिका को साफ करने में अधिक रुचि रखते थे. पाकिस्तान के वित्त मंत्री की हताशा उनके अपने देश में आतंकवादी उद्यमों के मास्टरमाइंडों की ओर निर्देशित होगी, जिन्होंने आतंकवाद को अपनी राज्य नीति का हिस्सा बना लिया है. पाकिस्तान को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है. 


क्या कहा था बिलावल भुट्टो ने?


संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मिली लताड़ के बाद बौखलाए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने न्यूयॉर्क में अपनी प्रेस मीट में पीएम मोदी को "गुजरात का कसाई" कहा था. उन्होंने कहा था कि ओसामा बिन लादेन मर गया है, लेकिन गुजरात का कसाई नरेंद्र मोदी अभी भी जीवित है. 


बीजेपी ने भी दिया करारा जवाब


इस मामले पर बीजेपी की ओर से भी तीखी प्रतिक्रिया दी गई है. केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बिलावल भुट्टो को करारा जवाब देते हुए कहा कि कोविड के दौरान पीएम ने पाकिस्तान की भी मदद की थी. पाकिस्तान के विदेश मंत्री को पता होना चाहिए कश्मीर और पंजाब में आतंकवाद पाकिस्तान के कारण है. बिलावल भुट्टो ने जिस प्रकार का बेबुनियाद बयान दिया है वो पाकिस्तान और उनके मानसिक दिवालियेपन को दर्शाता है. ये असफलता की ओर बढ़ते हुए पाकिस्तान और वहां के एक असफल नेता का बयान है. 


"सारे आतंकवादी पाकिस्तान में छिपे हुए"


उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान जिन लोगों को शह देता आया है उसके बारे में बात करने का समय आ गया है. पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसको दुनिया में कोई मान्यता नहीं मिलती. जिस प्रकार से इनके देश को नजरअंदाज किया जाता है उसी प्रकार से इनके बयान को भी नजरअंदाज करना चाहिए. पाकिस्तान के विदेश मंत्री के पूर्वजों ने विश्व में आंतकवाद फैलाया है. सारे आतंकवादी पाकिस्तान में छिपे हुए हैं. 


"पाकिस्तान को 1971 की हार का दर्द अभी तक है"


बिलावल भुट्टो (Bilawal Bhutto) जरदारी के बयान पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि 1971 में आज ही के दिन जिस तरह भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सेना को धूल चटाई थी शायद उसका दर्द उनको अभी तक है. उसके बाद भी पाकिस्तान (Pakistan) आतंकवादियों को पैदा करने, बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास करता रहा. आतंकवाद के खिलाफ लगातार कड़ी कार्रवाई किसी ने की है तो मोदी सरकार में हुई है. इस तरह के बयान किसी भी विदेश मंत्री को शोभा नहीं देते. 


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