Agni 5 Ballistic Missile: भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच गुरुवार (15 दिसंबर) को भारत ने अपनी सबसे खतरनाक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण कर लिया है. रक्षा सूत्रों की तरफ से कहा गया है कि भारत ने आज सफलतापूर्वक अग्नि-5 परमाणु-सक्षम अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का नाइट ट्रायल किया, जो 5,000 किलोमीटर से अधिक के लक्ष्यों को भेद सकती है. अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हाल ही में झड़प हुई थी. 


ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप से परीक्षण किया गया. परीक्षण में डमी वॉर-हेड का इस्तेमाल किया गया था. इस परीक्षण को नई तकनीकों और उपकरणों के साथ किया गया था. ये मिसाइल पहले से हल्की है. इसके साथ ही ये भी जानकारी दी गई है कि इस परीक्षण ने जरूरत पड़ने पर अग्नि-5 मिसाइल की रेंज बढ़ाने की क्षमता साबित की है. भारत के इस मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद चीन जरूर सकते में आ गया होगा.


डीआरडीओ ने विकसित की मिसाइल


अग्नि-5 को स्वदेशी रक्षा विशाल रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने विकसिक किया है. इसका परीक्षण भारतीय सेना के सामरिक बल कमान ने ओडिशा तट से दूर अब्दुल कलाम द्वीप से किया. सूत्रों के अनुसार, परीक्षण से पहले अधिकारियों ने एक अधिसूचना जारी की और बंगाल की खाड़ी को नो फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया था.


भारत लंबे समय से अग्नि-5 के परीक्षण की योजना बना रहा है, क्योंकि यह भारत से विकसित मध्यम और लंबी दूरी की परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों की श्रृंखला में पांचवीं मिसाइल होगी. मिसाइल का पहली बार परीक्षण साल 2012 में किया गया था, इसके बाद के परीक्षण साल 2013, साल 2015, साल  2016, साल 2018 और साल 2021 में किए गए. इस मिसाइल को पनडुब्बी से भी लॉन्च किया जा सकता है.


अग्नि-5 मिसाइल 5,000 किलोमीटर की रेंज में हमला करने में सक्षम है. इस रेंज में चीन से लेकर रूस जैसे देश तक आते हैं. यही सबसे बड़ी वजह है जो चीन को परेशान करती है. इसके अलावा यह 1,360 किग्रा. वजनी हथियार ले जाने में सक्षम है. इसकी यह खूबी इसे और पावरफुल बनाती है.


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