DRDO ने स्वदेशी मानव रहित हवाई लक्ष्य प्रणाली ‘अभ्यास’ का किया सफल परिक्षण, रक्षामंत्री ने दी बधाई
Indian Armed Forces: डीआरडीओ के मुताबिक भारतीय सशस्त्र बलों के हवाई लक्ष्यों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए स्वदेशी मानव रहित हवाई लक्ष्य प्रणाली ‘अभ्यास’ विकसित किया गया है
DRDO Conducted Aerial Target Abhyas: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने ओडिशा के चांदीपुर तट पर से स्वदेशी रूप से विकसित उच्च गति वाले हवाई लक्ष्यभेदी 'अभ्यास' का बृहस्पतिवार को सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया. डीआरडीओ के बयान में कहा गया है, "उड़ान परीक्षण के दौरान, उच्च स्थिरता के साथ बहुत कम ऊंचाई पर उच्च सबसोनिक गति प्रक्षेपक का प्रदर्शन किया गया."
बयान में कहा गया है, 'बेंगलुरु स्थित इंडस्ट्री द्वारा डिजाइन किए गए स्वदेशी डेटा लिंक को उड़ान के दौरान सफलतापूर्वक उड़ाया गया और परीक्षण किया गया.' डीआरडीओ ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि बेंगलुरू स्थित एक निजी भागीदार कंपनी द्वारा डिजाइन किए गए स्वदेशी डेटा लिंक को उड़ान के दौरान सफलतापूर्वक उड़ाया गया और उसका परीक्षण किया गया.
DRDO successfully conducted the flight test of Indigenously developed High-speed Expendable Aerial Target (HEAT) Abhyashttps://t.co/9QszwCTMQn pic.twitter.com/KoTMxi4wyC
— DRDO (@DRDO_India) December 23, 2021
डीआरडीओ के मुताबिक भारतीय सशस्त्र बलों के हवाई लक्ष्यों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए स्वदेशी मानव रहित हवाई लक्ष्य प्रणाली ‘अभ्यास’ विकसित किया गया है. डीआरडीओ ने अपने बयान में आगे बताया कि यह यह एयरक्राफ्ट एक ग्राउंड-आधारित नियंत्रक और स्वदेशी रूप से विकसित एमईएमएस-आधारित जड़त्वीय नेविगेशन प्रणाली (MEMS-based Inertial Navigation System) के साथ-साथ उड़ान नियंत्रण कंप्यूटर से नियंत्रित किया जाता है जो इसे पूरी तरह से स्वायत्त मोड (Automatic Mode) में पूर्व-निर्धारित पथ का अनुसरण करने में मदद करता है."
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि यह सफल परिक्षण भारत के रक्षा विज्ञानियों और निजी औद्योगिक रक्षा इकाईयों के समन्वय का परिणाम है. गौरतलब है कि इस हीट ‘अभ्यास’ का सफल उड़ान परीक्षण डीआरडीओ द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल 'प्रलय' के ओडिशा तट पर दूसरे उड़ान परीक्षण के कुछ घंटों बाद ही हुआ.
भारत ने बुधवार को मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किया था. इस पर बयान देते हुए डीआरडीओ ने कहा कि "पहली बार, डीआरडीओ द्वारा विकसित बैलिस्टिक मिसाइल का उड़ान परीक्षण लगातार दो दिनों में सफलतापूर्वक किया गया है."