भारत ने किया K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण, 3,500 km दूर दुश्मन हो जाएगा तबाह
पिछले अक्टूबर से अबतक के-4 मिसाइल का टेस्ट करीब चार बार खराब मौसम के चलते पर टल चुका था. लेकिन अब जाकर रविवार को टेस्ट हुआ.
रविवार को भारत ने समंदर में एक बड़ा मिसाइल टेस्ट किया है. परमाणु पनडुब्बी, अरिहंत पर तैनात किए जाने के लिए के-4 मिसाइल का टेस्ट आंध्रा प्रदेश के तट से सटे बंगाल की खाड़ी में किया गया. करीब 3500 किलोमीटर रेंज की ये मिसाइल न्यूक्लिर-वॉरहेड (यानी परमाणु बम) ले जाने में सक्षम है.
पिछले अक्टूबर से अबतक के-4 मिसाइल का टेस्ट करीब चार बार खराब मौसम के चलते पर टल चुका था. लेकिन अब जाकर रविवार को टेस्ट हुआ. माना जा रहा है कि डीआरडीओ जल्द ही इस बारे में बयान जारी करेगा.
करीब 15 दिन पहले ही डीआरडीओ ने 19-20 जनवरी को बंगाल की खाड़ी में नोटैम (नोटिस टू एयरमैन) जारी कर सभी एयर ऑपरेशन्स को 3500 किलोमीटर के दायरे में ना करने की सलाह दे दी थी. तभी इस बात के कयास लग रहे थे कि 19-20 जनवरी को के-4 मिसाइल का टेस्ट हो सकता है.
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भारत के पास फिलहाल एक ऐसी परमाणु पनडुब्बी 'अरहिंत' है जिसपर के-4 मिसाइल तैनात की जायेगी. डीआरडीओ द्वारा तैयार इस मिसाइल के पहले भी टेस्ट हो चुके हैं. माना जा रहा है कि रविवार का टेस्ट पनडुब्बी के बजाए पंटून से किया गया. पंटून से सफल होने के बाद अरहिंत से इसका परीक्षण किया जायेगा. इस मिसाइल को पूर्व राष्ट्रपति, अब्दुल कलाम के नाम पर 'K' रखा गया है.
फिलहाल, अरिहंत पनडुब्बी 750 किलोमीटर के रेंज वाली के-15 मिसाइल से लैस है.
के4 मिसाइल टेस्ट के बाद भारत समंदर के नीचे से 3500 किलोमीटर रेंज की बैलेस्टिक मिसाइल लांच करने वाले चुनिंदा देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है. अभी तक ये उपलब्धि अमेरिका रूस और फ्रांस जैसे देशों की श्रेणी में शुमार हो गया है.