LAC पर तनाव के बीच अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण, 5 हजार किलोमीटर तक मार करने में है सक्षम
Ballistic Missile Agni-5: भारत किसी के खिलाफ इस मिसाइल का पहले इस्तेमाल नहीं करेगा. अग्नि-5 का पहली बार वर्ष 2012 में परीक्षण किया गया था और तब से आधा दर्जन सफल परीक्षण हो चुके हैं.
Ballistic Missile Agni-5: एलएसी पर चीन से चल रहे तनाव के बीच भारत ने बुधवार को जमीन से जमीन पर मार करने वाली बैलेस्टिक मिसाइल, अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया. बेहद सटीक मार करने वाली इस मिसाइल की रेंज करीब 5000 किलोमीटर है. जब इस मिसाइल को लॉन्च करने की तैयारी चल रही थी उस वक्त रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राजधानी दिल्ली में सेना के टॉप मिलिट्री कमांडर्स को संबोधित कर रहे थे.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, बुधवार की शाम करीब 7.50 पर ओडिसा के अब्दुल कलाम आईलैंड से अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया गया. ये मिसाइल तीन-चरणों में सोलिड फ्यूल-इंजन इस्तेमाल करती है और 5000 किलोमीटर तक दूरी के टारेगट पर सटीक निशाना लगा सकती है.
भारत किसी के खिलाफ इस मिसाइल का पहले इस्तेमाल नहीं करेगा
रक्षा मंत्रालय ने एक संक्षिप्त बयान जारी कर कहा कि अग्नि का सफल परीक्षण भारत की 'न्यूनतम विश्वसनीय प्रतिरोधक क्षमता' के अनुरूप है और 'नो फर्स्ट यूज़' पर आधारित है. यानि भारत किसी के खिलाफ इस मिसाइल का पहले इस्तेमाल नहीं करेगा. बता दें कि अग्नि-5 का पहली बार वर्ष 2012 में परीक्षण किया गया था और तब से आधा दर्जन सफल परीक्षण हो चुके हैं. ये मिसाइल न्युक्लियर वॉरहेड ले जाने में सक्षम है. इस बीच राजधानी दिल्ली में आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस (एसीसी) को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विश्वास जताया कि चीन सीमा (नार्दन बॉर्डर) पर भारतीय सैनिक मजबूती के साथ डटे रहेंगे, लेकिन बातचीत के जरिए विवाद को सुलझाने की कोशिशें जारी रहेंगी.
रक्षा मंत्री राजनाथ ने की बीआरओ के प्रयासों की सराहना
रक्षा मंत्री ने कहा कि यह हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है कि हम अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए विपरीत मौसम और दुश्मन की सेना का सामना करने वाले अपने सैनिकों को सर्वोत्तम हथियार, उपकरण और कपड़ों की उपलब्धता सुनिश्चित करें. रक्षा मंत्री ने दूर-दराज के क्षेत्रों को जोड़ने के लिए कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे बीआरओ के प्रयासों की भी सराहना की ताकि वहां रहने वाले नागरिक जुड़े रहें और तेजी से विकास किया जा सके.
पश्चिमी सीमा यानि पाकिस्तान का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने सीमापार से चलाए जा रहे आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना की जवाबी कारवाई की प्रशंसा की. जम्मू कश्मीर में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के साथ मिलकर सेना द्वारा शांति का माहौल स्थापित करने के लिए भी राजनाथ सिंह ने बधाई दी.