India summon Pak High Commission: भारत ने पाकिस्तान के रहीमयार खान इलाके में गणेश मंदिर पर हुए हमले की घटना पर गंभीर चिंता जताते हुए पाक उच्चायोग प्रमुख को तलब कर अपना सख्त ऐतराज दर्ज कराया है. भारत ने कहा है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों पर हमलों की घटनाएं चिंताजनक रफ्तार से बढ़ रही हैं. इस घटना पर विदेश मंत्रालय प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'हमने पाकिस्तान में गणेश मंदिर पर हुई तोड़फोड़ की विचलित करने वाली रिपोर्ट देखी है. भीड़ ने मंदिर पर हमला किया, तोड़फोड़ की और मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया. इतना ही नहीं, इस भीड़ ने मंदिर के आसपास रहने वाले हिंदुओं के घरों को भी नुकसान पहुंचाया.'


पाकिस्तान के मौजूदा हालात पर तंज के साथ बागची ने कहा कि अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार भेदभाव, पाकिस्तान में कोई नया नहीं बल्कि लगातार जारी है. बीते 1 साल के दौरान ऐसे कई घटनाएं हुई हैं. जिनमें जनवरी 2020 में सिंध के भटियानी स्थित माता रानी मंदिर और गुरुद्वारा जन्म स्थान पर भी हमला हुआ. दिसंबर 2020 में खैबर पख्तूनख्वा इलाके के कारक मंदिर में भी तोड़फोड़ की गई. इस तरीके की घटनाएं चिंताजनक रफ्तार से हो रही हैं. वहीं अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और उनके पूजा स्थलों पर हमले की घटनाएं रोकने में पाकिस्तान का सरकारी तंत्र और सुरक्षा बल नाकाम साबित हुए है. 


सख्त ऐतराज जताया


इस बीच भारत ने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के मिशन प्रमुख आफताब हसन खान को विदेश मंत्रालय तलब कर मंदिर में हुई तोड़फोड़ की घटना पर सख्त ऐतराज दर्ज कराया. साथ ही भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि वह अल्पसंख्यकों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखे. हालांकि आलम यह है कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी से जुड़े हिंदू संसद रमेश वंकवानी को इस घटना पर शिकायत दर्ज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश तक जाकर गुहार लगानी पड़ी.


यहां तक कि वंकवानी ने ही सोशल मीडिया पर इस हमले की तस्वीरें साझा कर इस बात का दर्द भी साझा किया कि सूचना देने के बावजूद स्थानीय पुलिस ने न तो भीड़ को रोक और न ही कोई ठोस कार्रवाई की. पकः सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले पर 6 अगस्त को सुनवाई करेगी.


ध्यान रहे कि पाकिस्तान से अल्पसंख्यक हिंदू और सिख समुदाय के पलायन का सिलसिला लगातार जारी है. साथ ही गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के धर्म स्थानों और उनकी सांस्कृतिक धरोहरों के साथ बेकद्री के चलते क़ई धरोहर नष्ट भी हो गईं. इतना ही नहीं नया पाकिस्तान जैसे नारों के बावजूद प्रधानमंत्री इमरान खान के निजाम में हिंदू लड़कियों के अपहरण और उनकी जबरन शादी करा धर्म परिवर्तन करने का काम बाकायदा संगठित तौर पर और बेखौफ तरीके से जारी है. 



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