देश में एक साथ दो कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी और 16 जनवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीकाकरण की शुरुआत के बाद अब भारत की तरफ से पड़ोसी देशों को भी वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी. भारत ने अनुदान सहायता के तहत बुधवार से भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को कोविड-19 टीका आपूर्ति करने का ऐलान किया है.


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि वैश्विक समुदाय को स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरतों को लेकर भारत लंबे समय से भरोसेमंद साझीदार रहा है. कल से कोरोना वैक्सीन की कई देशों में आपूर्ति शुरू हो जाएगी और आने वाले दिनों में यह और तेज किया जाएगा.





मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने कहा- घरेलू जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत आगामी हफ्ते, महीने में चरणबद्ध तरीके से सहयोगी देशों को कोविड-19 टीकों की आपूर्ति करेगा. दूसरे देशों को टीके की आपूर्ति करते समय यह सुनिश्चित किया जाएगा कि देश के टीका निर्माताओं के पास घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त भंडार हों.





कोविड-19 टीकों की आपूर्ति को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्हें श्रीलंका, अफगानिस्तान, मॉरीशस के संबंध में जरूरी नियामकीय मंजूरी का इंतजार है. भारत मे अब तक 4लाख 54 हज़ार 49 लोगो को कोरोना की वैक्सीन दी जा चुकी है. कुछ राज्यों और केंद्र शाषित प्रदेशो में ये रफ्तार काफी अच्छी तो कुछ में बहुत सुस्त है. बहुत कम मामले सामने आए है एडवर्स इफ़ेक्ट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन के जो की न के बराबर है. वहीं  आज स्वास्थ्य मंत्रालय की ब्रीफिंग में नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल कहा की कुछ भ्रम की वजह से स्वास्थ कर्मी नही ले रहे है तो दुख की बात है.



स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत मे बाकी देशों के मुकाबले काफी तेजी से वैक्सीनशन का काम हो रहा है. पहले दिन जहां भारत मे 207229 लोगो को ये वैक्सीन दी गई वहीं दुनिया के बाकी देश काफी पीछे है. जहां फ्रांस में पहले दिन 73,  यूके में 19700, USA में 79458 लोगों को वैक्सीन दी गई. वहीं इन देशों के मुकाबले भारत काफी आगे है.