(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
चीन पर और बढ़ेगी भारत की पैनी नजर, लद्दाख और एलएसी सेक्टर में जल्द तैनात होगा अत्याधुनिक इजरायली ड्रोन
इन ड्रोन की खरीद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की तरफ से दिए गए आपात वित्तीय अधिकार के तहत की गई है, जिसमें चीन के साथ तनातनी के बीच सुरक्षाबलों को 500 करोड़ तक के हथियार और रक्षा से जुड़े साजो-सामान खरीदने की छूट दी गई है.
पूर्वी लद्दाख में पिछले करीब एक साल से भी ज्यादा वक्त से पड़ोसी देश चीन के साथ चल रही तनातनी के बीच भारतीय सुरक्षाबलों की निगरानी क्षमता में जबरदस्त इजाफा होने जा रहा है. वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लद्दाख सेक्टर और अन्य क्षेत्रों में चीन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भारत जल्द ही इजरायल से अत्याधुनिक हेरोइन ड्रोन लेने जा रहा है.
समाचार एजेंसी एएनआई ने सरकार के सूत्रों के हवाले से बताया कि वैश्विक महामारी के चलते हुई देरी के बावजूद भारतीय सुरक्षा बल चार इजरायली ड्रोन जल्द हासिल करने जा रहा है, जिन्हें लद्दाख और एलएसी से लगते हुए अन्य इलाकों में तैनात किए जाएंगे. सूत्रों ने बताया कि जो ड्रोन जल्द भारत आ रहे हैं वो मौजूदा हेरोइन ड्रोन से ज्यादा एडवांस्ड हैं और पिछले वर्जन के मुकाबले इनकी एंटी-जैमिंग क्षमता कहीं ज्यादा बेहतर है.
इन ड्रोन की खरीद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की तरफ से दिए गए आपात वित्तीय अधिकार के तहत की गई है, जिसमें चीन के साथ तनातनी के बीच सुरक्षाबलों को 500 करोड़ तक के हथियार और रक्षा से जुड़े साजो-सामान खरीदने की छूट दी गई है.
सूत्रों ने बताया कि अमेरिका से जो छोटे और मिनी ड्रोन खरीदे जा रहे हैं उन्हें ग्राउंड पर तैनात बटालियन स्तर के जवानों को दिया जाएगा. इसके साथ ही, हाथ से ऑपरेट करने वाले ड्रोन का इस्तेमाल किसी खास इलाके और स्थान के बारे में पता लगाने के लिए किया जाएगा.
चीन से तनातनी के बीच भारतीय सुरक्षबलों की तरफ से रक्षा सामानों की खरीद को लेकर यह कदम उठाया गया है ताकि सामरिक तौर पर इजाफा किया जा सके. इससे पहले, 2019 में पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी शिविरों पर हवाई हमले के बाद सुरक्षाबलों को आपात खरीद के तहत रक्षा साजो-सामान के खरीद के अधिकार दिए गए थे.
ये भी पढ़ें: चीन से तनातनी के बीच थलसेना प्रमुख नरवणे ने किया उत्तर-पूर्व के राज्यों का दौरा, सैनिकों को दिए ये आदेश