नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने आज कहा कि भारत जल्द ही मलेशिया से विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के लिये आग्रह करेगा, जिसपर एनआईए ने युवाओं में कट्टरवाद फैलाने का आरोप लगाया है.
विदेश मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब ऐसी खबरें आ रही हैं कि कट्टरपंथी इस्लामिक प्रवचनकर्ता को मलेशिया में स्थायी निवास प्रदान किया गया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि प्रत्यर्पण के आग्रह के संबंध में किसी दूसरे देश से सम्पर्क करने से पहले की भारत की आंतरिक कानूनी प्रक्रिया नाइक के मामले में पूरी होने के करीब है.
नाइक को मलेशिया में स्थायी निवास दिये जाने के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि हमारी कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के करीब है और हम जल्द ही प्रत्यर्पण का आग्रह करेंगे . मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, नाइक को पांच साल पहले ही वहां स्थायी निवास प्रदान कर दिया गया था. कुमार ने कहा कि प्रत्यर्पण के आग्रह की प्रकृति के बारे में अगले कुछ दिनों में जानकारी प्राप्त हो जायेगी.
नाइक पर क्या हैं आरोप?
आपको बता दें कि 52 साल के नाइक पर युवाओं को आतंकवाद के लिए भड़काने का आरोप है. ढाका में पिछले साल हुए आतंकी हमले के तार नाइक से जुड़े थे. नाइक और उसके एनजीओ पर विदेशी चंदे के सहारे आतंक फैलाने का भी आरोप है.
मुंबई के चार छात्रों के आईएसआईएस में शामिल होने के पीछे भी जाकिर नाइक के प्रवचनों का हाथ था. केंद्र ने नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर पांच साल का बैन लगाया है. वहीं, नाइक पर यूके, कनाडा, मलेशिया समेत पांच देशों में बैन है. एनआईए को जाकिर नाइक की तलाश है. नाइक के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है.