नई दिल्ली: आज हिंदुस्तान की धमक दुनिया देखेगी. पांच हजार किमी से अधिक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का पहला यूजर ट्रायल आज हो सकता है. डीआरडीओ अबतक परमाणु मिसाइल अग्नि-5 के सात परीक्षण कर चुका है. लेकिन जंगी बेड़े में शामिल होने के बाद ये पहला परीक्षण है. ये टेस्ट ऐसे समय में होगा, जब पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर हैं और चीन भारत की इस टेस्ट पर सवाल खड़ा कर रहा है.


ओडिशा के तट से जब भारत अग्नि 5 उड़ान भरेगी तब इसके सफल होते ही भारत उन 8 चुनिंदा देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा जिनके पास परमाणु सक्षम मिसाइल है. अब अग्नि 5 की उन खूबियों को भी जान लीजिए जिस वजह से दुश्मनों की नींद उड़ रखी है.



  • अग्नि 5 न्यूक्लियर हथियारों से लैस भारत की पहली इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है

  • इस मिसाइल की रेंज 6000 किलोमीटर है

  • एक साथ डेढ़ टन तक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम

  • स्पीड 24 मैक यानी आवाज की स्पीड से 24 गुना तेज

  • कैनिस्टर तकनीक की वजह से आसानी से ट्रांसपोर्ट की जा सकती है


अग्नि 5 सीरीज की ये 5वीं मिसाइल है और इसकी उड़ान ने हर बार देश को गौरवान्वित किया है. इस बार आसमान में भारत की मिट्टी की खूशबू भी महकेगी क्योंकि इसे डीआरडीओ ने तैयार किया है. टेस्ट सफल होने पर भारत भी चुनिंदा 8 देशों की फेहरिस्त में शामिल हो जाएगा जिनसे पास इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है, इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, रुस, फ्रांस, इजराइल, चीन और उत्तर कोरिया शामिल है.


भारत अग्नि 5 टेस्ट से चीन भी सहम गया है. विस्तारवादी ड्रैगन यूएनएससी का प्रस्ताव देकर शांति और सुरक्षा का जाप कर रहा है. लेकिन चीन शायद भूल रहा है कि भारत की परमाणु नीति हमले की नहीं बचाव की है.


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