नई दिल्ली: जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की दो दिवसीय भारत की यात्रा बुधवार से शुरू हो रही है. इससे एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि जापान के साथ अपने संबधों को भारत काफी महत्व देता है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि वह विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने को लेकर आशान्वित हैं.


जापान के पीएम आबे सालाना भारत-जापान शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए 13 सितंबर को भारत पहुंच रहे हैं. यह बैठक प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात की राजधानी गांधीनगर में होगी. पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि वह प्रधानमंत्री शिंजो आबे का स्वागत करने को उत्सुक हैं. उन्होंने कहा कि वह कल गुजरात में उनकी अगवानी करेंगे. यह दोनों की चौथी सालाना बैठक होगी. प्रधानमंत्री मोदी ने अंग्रेजी के अलावा जापानी भाषा में भी ट्वीट किया.





पीएम मोदी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री आबे और मैं 13 और 14 सितंबर को कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे, इन कार्यक्रमों का मकसद भारत-जापान संबंधों को और आगे बढ़ाना है.’’ उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में कहा कि दोनों नेता अहमदाबाद और मुंबई के बीच भारत की पहली हाई स्पीड ट्रेन परियोजना की शुरूआत के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे.



इस ट्रेन से दोनों शहरों के बीच यात्रा में लगने वाले समय में खासी कमी आएगी. हाई-स्पीड ट्रेन के मामले में जापान एक अग्रणी देश है और उसकी शिंकानसेन बुलेट ट्रेन दुनिया की सबसे तेज ट्रेनों में से है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जापान के साथ अपने संबंधों को काफी महत्व देता है. हम विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय रिश्तों को और आगे बढ़ाने के लिए आशान्वित हैं.


‘‘नरेंद्रमोदी डाट इन’’ पर एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेता विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के ढांचे में भारत और जापान के बीच बहुआयामी सहयोग में हालिया प्रगति की समीक्षा करेंगे. जापान के पीएम शिंजो आबे के लिए बुधवार शाम अहमदाबाद में एक स्वागत समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमें विभिन्न प्रस्तुतियों के जरिए भारत की सांस्कृतिक विविधताओं को प्रदर्शित किया जाएगा.


 


दोनों प्रधानमंत्री साबरमती आश्रम जाएंगे. इस आश्रम की स्थापना महात्मा गांधी ने साबरमती नदी के किनारे की थी. इसके बाद दोनों अहमदाबाद की 16वीं शताब्दी में बनी प्रसिद्ध मस्जिद सिदी सैयद नी जाली भी जाएंगे. दोनों नेता महात्मा मंदिर में बनी दांडी कुटीर भी जाएंगे जो महात्मा गांधी को समर्पित संग्रहालय है.