India-UAE Virtual Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और अबू धाबी के युवराज और यूएई के सशस्त्र बलों के उप सर्वोच्च कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान (Mohammed bin Zayed Al Nahyan) आज डिजिटल माध्यम से शिखर बैठक करेंगे. विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस बैठक में दोनों नेता द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा के साथ ही साझा हितों से संबंधित क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान करेंगे.
अपनी स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मना रहा है यूएई
समझा जाता है कि इस बैठक में दोनों नेता (मोदी और नाहयान) दोनों देशों के ऐतिहासिक और मित्रतापूर्ण संबंधों के बारे में अपनी दृष्टि पेश करेंगे. यह शिखर बैठक ऐसे समय में होने जा रही है जब भारत अपनी आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर अमृत महोत्सव मना रहा है, जबकि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) अपनी स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मना रहा है.
बयान में कहा गया है कि हाल के सालों में भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय संबंध सभी क्षेत्रों में मजबूत हुए हैं और दोनों पक्ष ने समग्र सामरिक गठजोड़ किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2015, 2018 और 2019 में यूएई की यात्रा की थी, जबकि अबू धाबी के युवराज (क्राउन प्रिंस) साल 2016 और 2017 में भारत आए थे. दोनों पक्षों के बीच मंत्री स्तरीय यात्राएं भी हुई, जिसमें विदेश मंत्री स्तर की तीन यात्राएं और साल 2021 में वाणिज्य और उद्योग मंत्री की यूएई यात्रा शामिल है.
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार, निवेश और ऊर्जा संबंध मजबूत
मंत्रालय के बयान के अनुसार, कोविड-19 महामारी के दौरान दोनों पक्षों ने स्वास्थ्य सेवा और खाद्य सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में करीबी सहयोग किया था. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कारोबार, निवेश और ऊर्जा संबंध मजबूत बने हुए हैं और नवीकरणीय ऊर्जा, स्टार्टअप, फिनटेक जैसे उभरते क्षेत्रों में भी सहयोग मजबूत हो रहा है. विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण पहल समग्र आर्थिक गठजोड़ समझौता (सीईपीए) है. सीईपीए के लिये बातचीत सितंबर 2021 में शुरू हुई थी और यह पूरी हो गई है.
यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार
मंत्रालय के अनुसार, यह समझौता भारत-यूएई आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों को अगले स्तर पर ले जायेगा. यूएई, भारत का तीसरा सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार है और द्विपक्षीय कारोबार और निवेश में काफी वृद्धि होने की संभावना है. यूएई में भारतीय समुदाय के काफी संख्या में लोग रहते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड महामारी के दौरान भारतीयों को सहयोग देने के लिये यूएई नेतृत्व की सराहना की थी.