(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
भारत-यूके की साझा सुरक्षा बैठक आज, NSA अजीत डोभाल उठा सकते हैं उच्चायोग पर हमले का मामला
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल अपने समकक्ष से आज सामरिक बैठक के दौरान 19 मार्च को भारत के उच्चायोग पर हुए हमले का जिक्र कर सकते हैं.
India-UK strategic dialogue: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल इन दिनों विदेश दौरे पर गए हुए हैं. इस दौरान वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अहम देशों से सामरिक रूप से बातचीत कर रहे हैं. इसी क्रम में वह गुरुवार (30 मार्च) को यूके के साथ सामरिक महत्व की बैठक में हिस्सा लेंगे.
सूत्रों के मुताबिक ऐसा माना जा रहा है कि इसी बैठक में डोभाल अपने समकक्ष से 19 मार्च को भारतीय उच्चायोग पर हमले का मामला उठा सकते हैं. 19 मार्च को ही खालिस्तानी अलगाववादियों नें यूके की राजधानी लंदन में खालिस्तानी समर्थक अवतार सिंह खांडा के नेतृत्व में भारत के उच्चायोग पर हमला बोल दिया था. डोभाल यूके सरकार से भारत की शिकायतों का जिक्र करने के बाद कह सकते हैं कि उच्चायोग पर हमले से भारत और यूके के द्विपक्षीय संबंधों पर प्रभाव पड़ सकता है.
एक दूसरे की संप्रभुता का सम्मान करें देश
एनएसए अजीत डोभाल ने बुधवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में सदस्य देशों को संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की नसीहत दी. उन्होंने कहा सदस्य देशों कों अपने पडोसी देशों पर एकतरफा सैन्य प्रभुत्व जमाने का प्रयास नहीं करना चाहिए.
डोभाल ने एससीओ सदस्य देशों की सुरक्षा परिषद के सचिवों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, भारत सदस्य देशों के साथ कनेक्टिविटी बढ़ाने के मामले में सहयोग करने के लिए तैयार है. साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया, इस तरह की पहल ट्रांसपैरेंट और कोलैटरल होनी चाहिए.
एससीओ देशों के लिए क्या है भारत का रुख?
एनएसए अजीत डोभाल ने इस बैठक में भारत के रुख को स्पष्ट किया. उन्होंने कहा एससीओ देश के लिए भारत का दृष्टिकोण और वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को एकीकृत करने के लिए भारत एससीओ चार्टर के लिए काम करेगा. इस दौरान डोभाल ने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे (आईएनएसटीसी) के ढांचे के भीतर ईरान के चाबहार बंदरगाह को शामिल करने के लिए भी प्रतिबद्ध है.