नई दिल्ली: कठुआ और उन्नाव गैंगरेप पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान पर राहुल गांधी ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भारत जानना चाहता है कि उसकी बेटियों को कब न्याय मिलेगा. राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रिय प्रधानमंत्री जी. आपकी लंबी चुप्पी तोड़ने के लिए शुक्रिया. आपने कहा कि हमारी बेटियों को न्याय मिलेगा. भारत जानना चाहता है कि कब ?’’
कठुआ और उन्नाव गैंगरेप पर चुप्पी तोड़ते हुए मोदी ने शुक्रवार को कहा, ‘’देश के किसी भी राज्य में, किसी भी क्षेत्र में होने वाली ऐसी वारदातें, हमारी मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देती हैं. मैं देश को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि कोई अपराधी बचेगा नहीं, न्याय होगा और पूरा होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘’हमारे समाज की इस आंतरिक बुराई को खत्म करने का काम, हम सभी को मिलकर करना होगा.’’
इससे पहले विपक्ष लगातार पीएम मोदी पर उनकी चुप्पी को लेकर निशाना साध रहा था. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम मोदी से सवाल भी पूछे थे.
वहीं बीजेपी पर कठुआ और उन्नाव में हुई बलात्कार की घटनाओं को धर्म के चश्मे से देखने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि कठुआ और उन्नाव के मामलों को सामान्य मामला नहीं कहा जा सकता है. इन मामलों ने राष्ट्र को शर्मिंदा किया है. कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी समानता और गरिमा के लिए महिलाओं की लड़ाई को हल्के में नहीं ले सकती.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा , ‘‘ मैं उस पार्टी की कड़ी निंदा करता हूं जो बलात्कार को धर्म और वर्ग के आधार पर देखती है. बलात्कार को धर्म के चश्मे से देखने वाले व्यक्ति, पार्टी और सरकार की आलोचना होनी चाहिए.’’ उन्होंने उन्नाव की घटना को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हटाने की मांग की.
कांग्रेस ने ट्विटर पर कहा , ‘‘ बीजेपी की सांसद मीनाक्षी लेखी की संवेदनहीन टिप्पणी अपने अधिकारों के लिए खड़े होने वाले भारतीय नागरिकों का अपमान है. उनका बयान उनकी पार्टी की प्रतिगामी विचारधारा का द्योतक है. उनको अपने शब्द वापस लेने चाहिए और माफी मांगनी चाहिए.’’
बता दें की कठुआ और उन्नाव गैंगरेप मामले पर मीनाक्षी लेखी ने एक प्रेस कांफ्रेस किया था. इस दौरान लेखी ने कहा था कि कांग्रेस पहले दलित-दलित चिल्ला रही थी और अब महिला-महिला चिल्ला रही है.