नई दिल्ली: ट्विटर इंडिया ने टाइमलाइंस पर जम्मू-कश्मीर को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का भाग बता दिया था. अब केंद्र सरकार ने ट्विटर के सीईओ जैक डोरसी को चिट्ठी लिखकर कड़ी चेतावनी दी है. केंद्र सरकार के आईटी सचिव अजय साहनी ने ट्विटर को दो टूक शब्दों में साफ कहा है कि 'लेह, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का हिस्सा है. लद्दाख और जम्मू-कश्मीर भारत के अभिन्न हिस्से हैं, जो भारत के संविधान द्वारा शासित है.'


आईटी सचिव ने कहा, "ट्विटर को भारत के लोगों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए. भारत की संप्रभुता और अखंडता के साथ किया गया अपमान स्वीकार नहीं किया जाएगा. ये कानून का भी उल्लंघन होगा. इस तरह न सिर्फ ट्विटर की साख गिरती है बल्कि सोशल साइट पर भी सवाल उठते हैं."


इस चिट्ठी के जवाब में ट्विटर प्रवक्ता ने कहा, 'हम भारत सरकार के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम लोगों की संवेदनाओं का सम्मान करते हैं और इस पत्र को स्वीकार करते हैं.'


नितिन गोखले ने दिलाया था ध्यान
दरअसल, ट्विटर ने लेह की भौगोलिक स्थिति बताते हुए उसे पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के जम्मू-कश्मीर का हिस्सा बता दिया था. माइक्रोब्लॉगिंग साइट की चूक नेशनल सिक्योरिटी एनेलिसिस्ट नितिन गोखले द्वारा ध्यान में लाई गई थी, जो लेह के पॉपुलर युद्ध स्मारक, हॉल ऑफ फेम से दोपहर 12 बजे के आसपास लाइव हुए थे.


गोखले ने अपने ऑफीशियल हैंडल पर लिखा, "मैंने हाल ही में हॉल ऑफ फेम से लाइव (एसआईसी) किया है. स्थान के रूप में हॉल ऑफ फेम देते हुए और अनुमान लगाएं कि यह जम्मू और कश्मीर, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना क्या कह रहा है! क्या तुम लोग पागल हो? "


गुप्ता ने दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद को टैग करते हुए लिखा था, “तो ट्विटर ने जम्मू एवं कश्मीर के भूगोल को बदलने का निर्णय लिया है और जम्मू एवं कश्मीर को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हिस्से के रूप में दिखाने का निर्णय किया है. क्या यह भारत के कानून का उल्लंघन नहीं है? भारत में तो लोगों को छोटी-छोटी बातों पर सताया जाता है. क्या अमेरिका की बिग टेक कंपनी कानून से ऊपर है?"


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