देश के कई राज्यों में मौसम की मार - यूपी के 18 जिलों में 1370 गांव बाढ़ से प्रभावित, असम के धेमाजी में भी सैलाब से तबाही
Heavy Rainfall in India: आम तौर पर अक्टूबर के महीने में इतनी बारिश (Rainfall) नहीं होती है, लेकिन इस समय कई राज्यों में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. यूपी में करीब 18 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं.
Heavy Rainfall in India: देश के कई हिस्सों में अक्टूबर के महीने में भी बारिश (Rainfall) से हाल बेहाल है. मौसम विभाग के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) की वजह से बारिश हो रही है. अक्टूबर में आसमान से ऐसी तबाही बरस रही है कि देश के ज्यादातर राज्य उसकी चपेट में आ गए हैं. उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक और देश के पूर्वी हिस्से ले लेकर दक्षिणी हिस्से तक बारिश ऐसा कहर बरपा रही है कि अक्टूबर के महीने में जून-जुलाई और अगस्त जैसा मंजर नजर आने लगा है.
आम तौर पर अक्टूबर के महीने में इतनी बारिश नहीं होती है, लेकिन इस समय हर दिशा में बारिश लोगों की मुसीबत बढ़ा रही है. यूपी, मध्य प्रदेश और असम के कई हिस्सों में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है.
अक्टूबर में दिल्ली में रिकॉर्ड बारिश
देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार (12 अक्टूबर) को फिर से बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होने की संभावना है. राजधानी में अक्टूबर महीने में बारिश ने 6 दशक का रिकॉर्ड तोड़ा है. दिल्ली में इस साल अक्टूबर महीने में अब तक 128 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि इससे पहले 1956 में अक्टूबर में 236 मिमी बारिश हुई थी, जबकि 2020, 2018 और 2017 में अक्टूबर महीने में बारिश ही नहीं हुई. पिछले साल से अक्टूबर महीने में बारिश का ट्रेंड बदला है...मौसम विभाग के मुताबिक अक्टूबर में जो बारिश हो रही है उसकी असल वजह मानसून नहीं बल्कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है.
यूपी में बारिश की मार
अक्टूबर महीने में बारिश की सबसे ज्यादा मार उत्तर प्रदेश पर पड़ रही है. पूर्वी यूपी से लेकर पश्चिमी यूपी तक करीब 18 जिले बाढ़ से कराह रहे हैं. करीब एक हजार 370 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. कई गांवों में पानी घुस गया है तो कहीं नदियां उफान पर हैं. कहीं नदी किनारें बसी बस्तियां पानी में डूब गई हैं. बाढ़ के इन हालात को देखते हुए सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित सभी जिलों में राहत और बचाव के निर्देश दिए हैं. प्रशासन राहत और बचाव के काम में जुट गया है. जगह जगह लोगों को राहत सामग्री बांटी जा रही है.
जालौन और गोरखपुर में हाल बेहाल
यूपी के जालौन में पिछले 5 दिनों से हो रही बारिश की वजह से उरई शहर का मलंगा नाला उफान पर है. जिससे रिहायशी इलाके पानी में डूब गए हैं. पानी का प्रवाह लोगों को डराने लगा है. बारिश की वजह से उरई शहर का करीब 30 फीसदी हिस्सा प्रभावित हुआ है. सड़कें जब तालाब बन गईं और बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया. गोरखपुर में 120 गांवों के 40 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के हालात को देखते हुए प्रशासन ने जिले की 86 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है.
राजस्थान में भी बारिश का कहर
राजस्थान के कई हिस्सों में बारिश के बाद लोगों का हाल बेहाल है. प्रदेश के भरतपुर में हुई बारिश के बाद कई इलाके पानी में डूब गए. बारिश तो थम गई, लेकिन लोगों की मुसीबत कम नहीं हुई. चारों तरफ पानी भरा है. गलियां पानी में डूबी हुई हैं. कई इलाकों में सड़कों पर पानी 2-3 फीट तक जमा है. फिलहाल प्रशासन पंप के जरिए पानी निकालने की कवायद में जुटा है, लेकिन उसकी कोशिशें अभी नाकाफी हैं.
बिहार में नदियां उफान पर
बिहार में नदियां एक बार फिर कहर बरपाने लगी हैं. भागलपुर में नदी किनारे बने लोगों के आशियाने सैलाब में समा रहे हैं, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. भागलपुर जिले में गंगा का रौद्र रूप लोगों को डराने लगा है. नदियों के उफान की वजह से नदी किनारे कटान तेजी से होने लगी हैं. जिसे नदी किनारे बने घर एक एक कर पानी में समा रहे हैं. तीन टंगा दियारा इलाके के लोग गंगा के रौद्र रूप से दहशत में आ गए हैं. गंगा ने न सिर्फ लोगों के घरों को लील लिया बल्कि कई लोगों की खेती लायक जमीन भी कटान की भेंट चढ़ गया.
असम में आसमानी आफत
असम के कुछ हिस्सों में बारिश से भारी तबाही हुई है. अक्टूबर महीने में असम के धेमाजी में जाता मानसून बर्बादी छोड़ गया है. धेमाजी में हर तरफ सैलाब का मंजर है. लोगों के आशियाने पानी में डूब चुके हैं. घर का निचला हिस्सा पानी में डूबा हुआ है. लोगों ने आने जाने के लिए जो लकड़ी का पुल बनाया था, वो पानी में डूब चुका है. जिससे पूरे इलाके में लोगों के लिए नाव ही एकमात्र सहारा बची है. लोगों के घरों में पानी भर गया है. कई लोगों के घरों के आसपास 4-5 फीट तक पानी जमा है, जिससे लोग नाव का सहारा लेकर सुरक्षित ठिकानों की तलाश में भटक रहे हैं. धेमाजी के जोनाई इलाके में 10 गांव पानी में डूब गए हैं, जबकि करीब 200 परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं.
एमपी में बारिश से बढ़ी मुसीबत
मध्य प्रदेश में भी बारिश ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. कहीं लोगों के घर में पानी घुस गया तो कहीं अस्पताल में पानी जमा हो गया. कटनी जिले में मूसलाधार बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ गई. बारिश की वजह से लोगों को कई तरह की मुसीबतों को सामना करना पड़ा रहा है. क्या घर क्या अस्पताल सबकुछ पानी की चपेट में हैं. हर जगह लोग जलजमाव की समस्या से परेशान दिखाई दिए. बारिश का पानी अस्पताल परिसर में घुसने से मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
पहाड़ों पर बर्फबारी
कश्मीर से लेकर हिमाचल तक बर्फबारी हो रही है. पहाड़ सफेद चादर से ढंक गए हैं. देश के कई राज्यों में बारिश के साथ हल्की ठंड ने दस्तक दे दी है. पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है. कश्मीर से लेकर हिमाचल तक कई जगहों पर स्नो फॉल का नजारा देखने को मिल रहा है. कश्मीर के रजौरी में इस सीजन की बर्फबारी शुरू हो चुकी है. आसमान से बर्फों की वर्षा देखते बन रही है. ऐहतियातन ऊपरी इलाके के कुछ जगहों पर सड़क बंद कर दी गई है.
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के लाहौल स्पीति में भी सीजन की पहली बर्फबारी (Snowfall) देखने को मिली. घरों की छतें बर्फ से ढंकी देखी गई. कांगड़ा की धौलधार पहाड़ियां अक्टूबर महीने में ही बर्फ से सफेद हो गई. बर्फबारी से जहां एक ओर तापमान में गिरावट आई है, वहीं इलाके में शीतलहर भी शुरू हो चुकी है. आशंका जताई जा रही है कि अगले तीन चार दिनों में तापमान तीन से चार डिग्री गिरेगा. एक तरफ जहां लोगों को यातायात में दिक्कत आ रही है तो वहीं, सैलानियों के बीच खुशी का माहौल है.
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