India Weather Forecast: देश के कई हिस्सों में बारिश का मौसम बना हुआ है. मध्य प्रदेश, राजस्थान, सौराष्ट्र, कच्छ और कोंकण के साथ गोवा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर तेज बारिश (Heavy Rainfall) होने की संभावना जताई गई है. इसके साथ ही मौसम विभाग (IMD) ने ओडिशा (Odisha), छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और जम्मू कश्मीर में एक या कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश तो कुछ जगहों पर भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है. दिल्ली में युमना नदी (Yamuna River) उफान पर है. दिल्ली और आसपास के इलाकों में कुछ दिन तक हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है.
कम दबाव वाले क्षेत्र के पूरे उत्तर प्रदेश में उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने की संभावना जताई गई है. इससे दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में बारिश को लेकर एक नया दौर शुरू हो सकता है.
दिल्ली में बारिश की संभावना
‘स्काईमेट वेदर’ में मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन प्रभाग के उपाध्यक्ष महेश पलावत के मुताबिक मानसून ट्रफ यानी कम दबाव वाला क्षेत्र कुछ वक्त के लिए उत्तरी हिस्सों की ओर बढ़ेगा और शनिवार से दिल्ली और अन्य क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके बाद, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की वजह से इसके कमजोर पड़ने और कम दबाव वाले क्षेत्र में बदलने की संभावना है. दिल्ली में 1 जून को मानसून की शुरुआत होने के बाद से 330.9 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सामान्य तौर पर इस अवधि के दौरान में 360.4 मिमी वर्षा होती है.
यमुना उफान पर
दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है. जलस्तर में और बढ़ोत्तरी की संभावना जताई गई है. दिल्ली बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार शनिवार शाम तक यमुना के जलस्तर में करीब एक मीटर तक इजाफा होने की आशंका है. विभाग ने दिल्ली में फ्लड को लेकर अलर्ट घोषित कर दिया है. अधिकारियों के मुताबिक हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में एक लाख क्यूसेक से अधिक मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है. दिल्ली में पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना के 205.33 मीटर के जलस्तर को खतरे का निशान घोषित किया है.
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका
मध्य प्रदेश के भी कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद नदियां उफान पर है. रतलाम और राजगढ़ में भारी बारिश के बाद दुकानों और गलियों में पानी भर गया. लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से अजनार नदी उफान पर है. यही नहीं, तेज बारिश के बाद रतलाम, बैतूल और मंदसौर में भी बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. मौसम विभाग ने इंदौर, उज्जैन, भोपाल, सागर और जबलपुर संभागों में शुक्रवार तक तेज बारिश का अनुमान लगाया है.
एमपी के धार में कारम डैम में रिसाव
मध्य प्रदेश के धार में कारम डैम (Karam Dam) में रिसाव की सूचना है. जिला प्रशासन काफी सक्रिय है. इसकी वजह से अचानक बाढ़ की स्थिति में बदलने की संभावना है. धार जिले के नालछा ब्लाक में कारम डैम के तेजी से बढ़ते रिसाव को देखते हुए सुरक्षा को लेकर इंतजाम किए गए हैं. बांध के पास पड़ने वाले 12 गांव खाली हो गए हैं. मुंबई आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग को भी डायवर्ट कर दिया गया है, जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है.
बैतूल जिले में भी बारिश बनी आफत
उधर, मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में भी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. अस्पताल जाने तक का रास्ता पानी से भरा हुआ है. यहां ग्रामीणों को एक गर्भवती महिला को खाट पर अस्पताल ले जाते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे ग्रामीण महिला को शाहपुर शहर के एक अस्पताल में ले जाने के लिए नदी पार करते हुए अपनी जान जोखिम में डालते हैं.
राजस्थान में भी भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राजस्थान के ज्यादातर इलाकों तेज बारिश की संभावना जताई है. जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, भरतपुर और अजमेर संभाग के कई इलाकों में गरज और बिजली गिरने की संभावना है. इन इलाकों में बारिश के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले दिनों में बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों में कुछ जगहों पर तेज बारिश हुई. डूंगरपुर, झालावाड़, उदयपुर और सिरोही जिलों में में कुल मिलाकर यही हाल रहा. पश्चिम राजस्थान में 12, 13 और 15 अगस्त को कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है.
हिमाचल में कैसा रहेगा मौसम का हाल?
मौसम विभाग (Weather Department) ने हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कुछ इलाकों में 14 से 16 अगस्त के बीच तेज बारिश (Heavy Rainfall) की संभावना जताई है. 14 अगस्त के आसपास शिमला, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, चंबा, सिरमौर, सोलन, बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना और आसपास के इलाकों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. बारिश का मौसम 16 अगस्त तक बना रह सकता है. इस दौरान शिमला, मंडी, कांगड़ा, चंबा, सिरमौर, सोलन, बिलासपुर और इसके आसपास के हिस्सों कुछ वक्त तक तेज बारिश की आशंका जताई गई है. हिमाचल में कई जगहों पर लैंडस्लाइड (Landslide) की घटनाएं भी हो चुकी हैं. कुल्लू में दो दिन पहले ही लैंडस्लाइड की वजह से दो महिलाओं की जान चली गई थी.
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