(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Flood: पहाड़ के बाद अब मैदानी इलाकों में बाढ़ से हाहाकार, यूपी के कई शहरों पर बाढ़ का खतरा, MP में अलर्ट
Heavy Rainfall: संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है. मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में बिजली गिरने के साथ बारिश होने की संभावना है.
Heavy Rainfall in India: देशभर के कई राज्यों में भारी बारिश (Heavy Rainfall) और बाढ़ (Flood) से लोगों का हाल बेहाल है. पहाड़ों पर तबाही मचाने के बाद उफनती नदियां मैदानी इलाकों में कोहराम मचा रही हैं. खासकर यूपी में इन नदियों का रौद्र रूप सामने आया है. गंगा, यमुना नदी के किनारे बसे लोगों के आशियाने उजड़ रहे हैं. गंगा और यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से यूपी के कई शहरों में दहशत का माहौल है.
संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में गंगा और यमुना दोनों ही नदियों का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है. यहां दोनों नदियों का जलस्तर तकरीबन 3 से 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है.
यूपी में कई नदियों का जलस्तर बढ़ा
यूपी में नदियों का जलस्तर बढ़ने से गंगा किनारे के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया. वहां की सड़कें और रास्ते सब पर पानी का कब्जा हो गया. कई मोहल्लों में बाढ़ का पानी घरों में घुसने लगा है. इससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण इलाकों की बात करें तो कई गांवों का संपर्क शहरों से टूट गया है. हालात बिगड़ते देख एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को भी बुला लिया गया है. बाढ़ का सबसे ज्यादा असर संगम और उसके आसपास के इलाकों में पड़ रहा है. कई जगह सड़कों पर नावें चल रही हैं.
मठों और मंदिरों में भी पानी
संगम के नजदीक के तमाम मठों, मंदिरों और आश्रमों में बाढ़ का पानी घुस गया है. कई मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं. वहीं बलिया में गंगा लोगों को डराने लगी है. नदी के लगातार बढ़ते पानी से 18 गांव के डूबने का खतरा मंडराने लगा है. जिससे वहां के लोग दहशत में हैं. हालात को देखते हुए प्रशासन ने भी प्रभावित लोगों को सहूलियतें मुहैया कराने की तैयारियां शुरू कर दी हैं. चित्रकूट में यमुना कहर बरपा रही है, यहां के राजापुर में तबाही घर और दुकानों तक दस्तक दे चुकी है.
यूपी के हमीरपुर और औरैया में बाढ़
यूपी के हमीरपुर और औरैया जिलों में भी बाढ़ ने दस्तक दे दी है. इन दो जिलों के कई गांवों का सम्पर्क पूरी तरह से टूट गया है. जिले के कई इलाके पानी से घिर गए और जिन सड़कों, रास्तों पर गाड़ियां दौड़ती थी, वहां नावें चलने लगीं. मासूम बच्चों को स्कूल जाने और फिर घर तक पहुंचने के लिए नाव की मदद लेनी पड़ रही है. जिन लोगों के घर पूरी तरह डूब गए हैं उनके लिए शेल्टर होम में व्यवस्था की गई. कई लोगों ने बाढ़ से बचने के लिए सड़क पर डेरा डाल दिया. हमीरपुर जिले में यमुना और बेतवा नदियां उफान पर हैं, जिसकी वजह से बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. जिले के 64 गावों में बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. औरैया जिले के अजीतमल तहसील के सिकरोड़ी गांव में चारो तरफ पानी ही पानी है.
वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ा
वाराणसी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे वहां के निचले इलाकों में पानी घुस गया है. कई मंदिर पानी में समा चुके हैं. गंगा ने ऐतिहासिक अस्सी घाट को आगोश में ले लिया है. अब गंगा शहर की ओर आने को बेताब है. गंगा की सहायक नदी वरुणा भी रौद्र होती जा रही है. नक्खीघाट में नदी के किनारे वाले घरों में वरुणा का पानी घुस चुका है. कई लोग अपनी जान बचाने के लिए पलायन करने पर मजबूर हो गए.
बांदा में यमुना नदी उफान पर
बांदा में यमुना नदी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. यमुना नदी अपने खतरे के निशान को पारकर लगभग 2 मीटर ऊपर बह रही है. जिसकी वजह से नदी के किनारे बसे आस-पास के गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. एक तरफ जहां बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुसकर मुसीबत बढ़ा रहा है वही बाढ़ प्रभावित इलाके में हजारों बीघे में लगी फसलें भी जलमग्न हो गई हैं. बांदा से कानपुर-फतेहपुर को जाने वाले मार्ग पर बंद कर दिया गया है. हालात का जायजा लेने के लिए यूपी के जलशक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया.
राजस्थान के कई हिस्सों में बाढ़ से मुसीबत
राजस्थान के कई हिस्सों में बाढ़ की वजह से लोगों की मुसीबत बढ़ी हुई है. कोटा, उदयपुर और भरतपुर संभाग में बाढ़ की वजह से हालात अधिक खराब हैं. कई शहरों में बाढ़ का खतरा भी बरकरार है. बारां जिले के अंता में कालीसिंध नदी उफान पर है, जिसकी वजह से बारां के पलायथा, लदवाड़ा, रायपुरिया, बालदड़ा, पाटुन्दा, हनोतीया, सहित कई गांव प्रभावित हैं. इसी बीच राज्य के सीएम अशोक गहलोत ने गुरुवार को हाड़ौती संभाग के बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा किया. इससे पहले सीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के जिला कलेक्टर को तत्काल आपदा राहत पहुंचाने के निर्देश दिए थे. इसके अलावा किसानों की खराब हुई फसलों की गिरदावरी के भी निर्देश दिए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों से हजारों लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है.
एमपी में फिर बारिश का अलर्ट
मध्य प्रदेश में बारिश (Madhya Pradesh Rain) का सिलसिला कुछ थमा है. हालांकि पिछले कुछ दिनों में प्रदेश के कई जिलों में हुई बारिश के बाद बाढ़ (Flood) के हालात बने हुए हैं. कई जिलों में अभी भी नदी-नाले उफान पर होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई जगह बांधों के गेट खुले हुए हैं. भिंड के आधा दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में हैं. बेतवा, चंबल, पार्वती समेत कई नदियों में जलस्तर बढ़ने से सागर, मुरैना, विदिशा, रायसेन समेत कई जिले प्रभावित हैं. मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में आज बारिश का अलर्ट जारी किया है. रीवा संभाग, पन्ना, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश के साथ वज्रपात की संभावना है. वहीं, शहडोल, नर्मदापुरम, भोपाल संभागों, जबलपुर, कटनी, सागर जिले के कुछ इलाकों में बिजली गिरने की आशंका है.
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