Flood: मैदान से रेगिस्तान तक आसमानी आफत- MP के कई जिले बाढ़ से प्रभावित, राजस्थान के बूंदी और कोटा में कल तक सभी स्कूल बंद
Heavy Rainfall: मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी (Narmada River) के किनारे सैलाब का तांडव सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है. राजस्थान में बारां से लेकर सीकर तक आफत की बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी
Heavy Rainfall in India: देश के कई राज्य आसमानी आफत के आगे बेबस और लाचार हैं. भारी बारिश (Heavy Rainfall) की सबसे ज्यादा मार मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में देखने को मिल रही है. मैदान से रेगिस्तान तक आसमानी आफत बरस रही है. ओडिशा, राजस्थान (Rajasthan Flood) और मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में बारिश और बाढ़ (Flood) की लोग मार झेल रहे हैं. बारिश की सबसे ज्यादा मार मध्य प्रदेश में देखने को मिल रही है. प्रदेश के कई हिस्सों में आसमानी आफत कहर बनकर टूटी है.
मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी (Narmada River) किनारे सैलाब का तांडव सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है. भोपाल (Bhopal) से लेकर सागर तक जल प्रलय है. शिवपुरी, नीमच, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, विदिशा हर तरफ आफत की बारिश देखने को मिल रही है.
मध्य प्रदेश में बारिश-बाढ़ का कहर
मध्य प्रदेश बाढ़ से कराह रहा है. हर तरफ आसमानी आफत कहर बनकर टूटी है. भोपाल में भी बारिश से पूरा इलाका पानी पानी हो गया है, लिहाजा मंत्री विश्वास सारंग ने खुद राहत और बचाव का मोर्चा संभाल लिया है. उधर, भारी बारिश की वजह से धसान नदी में उफान आ गया और ढकरानिया गांव में एक परिवार के करीब 20 लोग सैलाब में घिर गए. प्रशासन को जब इसकी सूचना मिली तो SDRF की टीम को बुलाया गया और फिर सैलाब में घिरे लोगों का रेस्क्यू किया गया. उफनती नदी के बीच से मोटर बोट के जरिए एक एक कर सभी लोगों को सुऱक्षित बाहर निकाल लिया गया.
कई नदियां उफान पर
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. रायसेन में भारी बारिश से बेतवा, बारना समेत सभी नदियां उफान पर हैं. ऐसे में राजधानी भोपाल को जोड़ने वाला हर संपर्क मार्ग डूब चुका है. राजधानी भोपाल को जोड़ने वाला हर संपर्क मार्ग डूब चुका है. कोई ऐसा सरकारी भवन नहीं बचा है जो पानी में ना डूबा हो. पानी इतना ज्यादा है कि ट्रांसफर्मर पानी में डूबने लगे हैं, जिससे पूरे इलाके की बिजली व्यवस्था चरमरा गई है. अजनार नदी के किनारे बनी बस्तियां पूरी तरह पानी में डूबी हुई है. उफनती अजनार नदी पूरे शहरो को डुबोने लगी.
रेगिस्तान की धरती पर भी सैलाब
रेगिस्तान की धरती राजस्थान में भी सैलाब आ गया है. बारां से लेकर सीकर तक आफत की बारिश ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है. बंदी में आज स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई हैं. आसमान से बरस रही आफत ने रेगिस्तान की धरती को भी जलमग्न कर दिया है. सीकर, बारां और बूंदी में आफत की ऐसी बारिश हुई है हर कोई बेहाल है. बारां में पुलिया के ऊपर से पानी बहता दिखा. इस बीच यहां एक युवक सैलाब में बह गया. सोमवार को कई घंटों की तलाश के बाद युवक का कुछ पता नहीं चल सका. सीकर में भी हालात बेहद खराब दिखे. बारिश ने ड्रेनज सिस्टम की पोल खोलकर रख दी और सड़कों पर 4 फीट तक पानी जमा है. व्यापारियों में काफी गुस्सा दिखा.
ओडिशा में बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित
उधर, ओडिशा में बाढ़ का पानी धीरे धीरे कम होने लगा है, लेकिन लोगों की मुसीबत अभी जस की तस है. लिहाजा प्रशासन लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने में जुटा है. ओडिशा के बालासोर में बाढ़ की वजह से करीब 40 हजार लोग प्रभावित हुए हैं. बालासोर के लोग सैलाब से अभी उबरने की कोशिश कर रहे थे कि झारखंड के गलुडीह बैराज से छोड़ा गया पानी बालासोर के निचले इलाकों में दाखिल होने लगा, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई. प्रशासन राहत और बचाव के काम में जुट गया है. केंद्रपाड़ा में भी बारिश ने एक बार फिर लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है. लोगों को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाया जा रहा है. पहले से ही राहत शिविर में रह रहे लोगों को भी मदद पहुंचाई जा रही है.
हिमाचल में भी भारी नुकसान
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के ज्यादातर हिस्सों में सोमवार को मौसम साफ दिखा. हालांकि धर्मशाला समेत कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई. सोमवार शाम तक प्रदेश में 104 सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही ठप रही. बारिश में करीब 72 मकान, कई दुकानें और गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं. 140 से अधिक बिजली ट्रांसफार्मर और 86 पेयजल योजनाएं भी ठप रहीं. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 24 और 25 अगस्त के लिए प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश का येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है. राज्य में पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश (Heavy Rainfall) के बाद मंडी, कुल्लू और चंबा में जनजीवन अभी भी प्रभावित है. प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से अभी तक काफी नुकसान हो चुका है.
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