Heavy Rainfall in India: देश के कई हिस्सों में भारी बारिश (Heavy Rainfall) और बाढ़ (Flood) लोगों के लिए मुसीबत बनकर खड़ी है. देश के पूर्वी हिस्से से लेकर पश्चिमी छोर तक आसमानी आफत के आगे इंसान बेबस और लाचार हो गया है. भारी बारिश और बाढ़ लगातार गांव के गांव डूबो रहे हैं. वहीं, शहरों में समंदर जैसे हालात हो गए हैं. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), ओडिशा, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में भारी बारिश से लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं. जम्मू-कश्मीर में बादल फटने (Cloud Burst) से भारी तबाही हुई है.
मध्य प्रदेश में भारी बारिश की वजह से नर्मदा, शिप्रा, पार्वती, बेतवा, तवा, और चंबल नदियां उफान पर हैं. वहीं, जलस्तर बढ़ने के कारण बांधों के गेट खोले जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में बाढ़ की वजह से 10 लोगों की जान चली गई है, जबकि सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं.
छत्तीसगढ़ में बाढ़ से मुसीबत
छत्तीसगढ़ के बस्तर में भारी बारिश के बीच इंद्रावती नदी पूरे उफान पर है. नदी पर बने पुल के ऊपर से पानी बह रहा है. पानी के तेज बहाव के आगे हर कोई बेबस है. कई लोग जान जोखिम में डालकर पुल पार करने की कोशिश करते भी देखे गए. यहां कई लोग पानी में बह गए, जिनकी तलाश के लिए रेस्क्यू टीम को बुलाना पड़ा. घंटों मशक्कत के बाद आखिरकार 11 साल की लड़की का शव बरामद कर लिया गया. बस्तर एक जगह सैलाब में बस गिर गई. पूरे बस्तर संभाग में बुधवार तक बाढ़ की वजह से 10 लोगों की जान चली गई जबकि करीब 400 लोग बेघर हो गए हैं. सैलाब में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाया जा रहा है.
मध्य प्रदेश में कई नदियां उफान पर
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ से लोग बेहाल हैं. भोपाल समेत प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तेज बारिश का दौर जारी है. बारिश की वजह से नर्मदा, शिप्रा, पार्वती, बेतवा, तवा और चंबल नदियां उफान पर हैं. वहीं, जलस्तर बढ़ने की वजह से बांधों के गेट खोले जा रहे हैं, जिससे निचले इलाकों में पानी भरने का खतरा बढ़ता जा रहा है. मध्य प्रदेश में छतरपुर से लेकर राजगढ़ तक बारिश ने तबाही मचाई है. रायसेन में पुल धंसने से लोगों की मुसीबत बढ़ गई है. रायसेन से लेकर सागर तक नदियां उफान पर हैं.
गुजरात के कई शहरों में मुसीबत बढ़ी
बारिश ने गुजरात के सूरत शहर की सूरत बिगाड़ कर रख दी है. दो दिन की बारिश में पूरा शहर पानी में डूबा नजर आने लगा है. प्रशासन राहत और बचाव में जुट गया है. 10 घंटे में 10 मीली मीटर बारिश ने डायमंड सिटी की सूरत बिगाड़ दी. सड़कों पर पानी भरने से जहां लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा तो वहीं निचले इलाकों में पानी लोगों के घरों में घुस गया. सकड़ें दरिया बन गई हैं और गलियां तालाब में तब्दील हो गई हैं.. सूरत शहर की मीठी खाड़ी के आसपास के इलाके पूरी तरह पानी में समा गए हैं. सूरत के सनिया हेमाद इलाके में एक अपार्टमेंट में सैलाब के बीच एक गर्भवती महिला कई घंटों तक फंसी रही. सूरत के बारडोली, मांडवी, पलसाना तहसील में सबसे ज्यादा बुरा हाल है...जबकि पूना गांव, कम्भारिया, लिंबायत, सनिया हेमाद और सरोली जैसे इलाके भी पानी में डूबे हुए हैं.
ओडिशा में भारी बारिश से तबाही
ओडिशा में कटक से लेकर पुरी तक तबाही की बारिश देखने को मिल रही है. शहरी इलाकों के साथ ही ग्रामीण इलाके पानी में डूब गए हैं. जिससे लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. पुरी का पीपली इलाका पूरी तरह जलमग्न हैं. किसानों के खेत पानी में डूब गए हैं, जिससे सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है. वहीं, लोगों के आशियाने भी पानी में डूब गए हैं. ओडिशा के करीब 10 जिलों में बारिश और बाढ़ की वजह से अलर्ट जारी किया गया है. हालांकि कटक, खोर्धा पुरी, जगतसिंहपुर, जाजपुर, केंद्रपाड़ा जिलें बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं..
यूपी में भी बाढ़ का खतरा
यूपी के झांसी में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. राजघाट डैम से करीब पौने तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है तो वहीं, मऊ में नदी किनारे कटान पढ़ने से लोग पलायन को मजबूर हो गए हैं. झांसी का राजघाट डैम ओवर फ्लो होने लगा है. लिहाजा सिंचाई विभाग ने डैम से करीब पौन तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है. एक तरफ बेतवा नदी उफान पर है वहीं दूसरी तरफ डैम से छोड़ा गया पानी लोगों के सामने दोहरा संकट लेकर आया है. हालात की गंभीरता को समझते हुए प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है. यूपी के पूर्वांचल में घाघरा नदी लोगों को डराने लगी है. मऊ जिले में नदी किनारे कटान होने से लोग पलायन को मजबूर हो गए हैं. नदी किनारे जुगाड़ से बनाए गए आशियाने उजाड़कर लोग सुरक्षित ठिकाने तलाश रहे हैं.
उत्तराखंड में लैंडस्लाइड
मैदानी इलाकों में बारिश कहर बरपा रही है तो वहीं पहाड़ी राज्यों में लोगों को दोहरी मार झेरनी पड़ रही है. एक तरफ लैंडस्लाइड और दूसरी तरफ बादल फटने की घटनाओं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. कहीं पहाड़ दरक रहे हैं तो कहीं बादल मुसीबत बनकर बरस रहे हैं. उत्तरकाशी में यमुनोत्री-गंगोत्री नेशनल हाइवे पर धरासू के पास भारी भूस्खलन होने की वजह से श्रद्धालुओं और सैलानियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. पहाड़ों पर बारिश की वजह से हर दिन इसी तरह अलग अलग इलाकों में पहाड़ दरक रहे है
जम्मू कश्मीर में बादल फटने से तबाही
उत्तराखंड में पहाड़ टूटा (Landslide) है तो वहीं, जम्मू कश्मीर में बादल फटा (Cloud Burst) है. अनंतनाग में बादल फटने से भारी तबाही हुई है. बुधवार तड़के जवाहर टनल के पास अचानक बादल फटने से आसपास बने टेंट पानी में बह गए. स्थानीय लोगों के मुताबकि सैलाब अपने साथ बड़ी संख्या में मवेशी भी बहा ले गया. राहत की बात ये रही कि इस आसमानी आफत में किसी की जान नहीं गई. मौसम विभाग (IMD) ने कश्मीर घाटी में 24 घंटे भारी बारिश की चेतावनी पहले ही जारी कर रखी है. ऐसे में लोगों के लिए आफत और बढ़ सकती है.
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