Heavy Rainfall: पहाड़ से मैदान तक बारिश और बाढ़ से राहत नहीं, जानिए देशभर में मौसम का हाल
Weather Forecast: मध्य प्रदेश में 5 अगस्त तक मानसून (Monsoon) अपनी सामान्य स्थिति में आ जाएगा. मौसम विभाग में एक बार फिर से भोपाल समेत राज्य के कई हिस्सों में बारिश (Rain) का अनुमान लगाया है.
India Weather Monsoon Update: देश के कई हिस्सों में मानसून (Monsoon Season) एक्टिव है और बारिश (Rainfall) का मौसम बना हुआ है. वहीं, कुछ जगहों पर बारिश नहीं होने से गर्मी का अहसास होने लगा है. दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में उमस भरी गर्मी के बाद बुधवार को आखिरकार झमाझम बारिश हुई. इससे गर्मी से काफी राहत मिली है. मौसम विभाग के अनुसार 4 से 6 अगस्त तक दिल्ली में सामान्य रूप से बारिश होने की संभावना है. मंगलवार को तेज धूप निकलने की वजह से गर्मी और उमस बढ़ने से लोग परेशान थे. बुधवार को भी उमस भरी गर्मी बढ़ी गई थी, लेकिन बारिश के बाद मौसम सुहाना हो गया और लोगों को काफी राहत मिली.
दिल्ली-एनसीआर में 5-6 अगस्त को भी हल्की बारिश और 7 से 8 अगस्त को बारिश बारिश की संभावना जताई गई है. उधर, जुलाई महीने में अच्छी बारिश होने के बाद पंजाब, हरियाणा के किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. पंजाब के फिरोजपुर में 112 फीसदी, मुक्तसर में 88, मोहाली में 75 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है.
मध्य प्रदेश में बारिश की संभावना
मध्य प्रदेश के भी कई हिस्सों में बारिश और बाढ़ से लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. हालांकि कई जगहों पर पिछले 2 दिनों से उमस वाली गर्मी भी पड़ती दिखी. मौसम विभाग में एक बार फिर से भोपाल समेत राज्य के कई हिस्सों में बारिश के साथ बिजली गिरने का अनुमान लगाया है. सभी संभागो में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में आने वाले दो दिन तक मानसून एक्टिव रहेगा. 5 से 6 अगस्त, 2022 के दौरान पूर्वी मध्यप्रदेश में अधिकांश जगहों पर बारिश होगी. आकाशीय बिजली के साथ कई हिस्सों में आंधी के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई है.
एमपी के किन-किन जिलों में बारिश
मध्य प्रदेश में 5 अगस्त तक मानसून अपनी सामान्य स्थिति में आ जाएगी. इससे जबलपुर संभाग में भारी बारिश की संभावना है. वहीं, कई इलाकों में पहले हुई बारिश से जलजमाव की स्थिति है. मध्य प्रदेश के उज्जैन, इंदौर, खरगोन, खंडवा, मंदसौर, छिंदवाड़ा, जबलपुर, बालाघाट, गुना, ग्वालियर और दूसरी जगहों पर बारिश होने की संभावना है.
महाराष्ट्र के कई जगहों में बारिश का दौर
मौसम विज्ञान केंद्र मुंबई के मुताबिक कोंकण, उत्तरी, दक्षिणी और मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ के कई इलाकों में हल्की से लेकर तेज बारिश की संभावना है. नासिक, पुणे, अहमदनगर, जलगांव, कोल्हापुर, सतारा, सांगली, सोलापुर, औरंगाबाद, लातूर में बारिश की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक 6 अगस्त तक महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में बारिश का दौर जारी रहेगा.
केरल में भी बारिश से मुसीबत
कर्नाटक के कई हिस्सों में बारिश की संभावना है. बेंगलुरु में बारिश होने की वजह से शहर के कई जगहों में जलभराव हुआ. केरल के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश और मकान ढहने की घटनाओं में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में कई लोगों की मौत हो गई. भूस्खलन, जल स्तर में बढ़ोत्तरी के बीच हजारों लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. प्रदेश में 31 जुलाई से अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 12 से अधिक हो गई है. बाढ़ और अन्य आपदाओं के मद्देनजर राज्य सरकार ने पूरे केरल में 95 राहत शिविर खोले हैं, जहां सैकड़ों प्रभावित लोगों को पहुंचाया गया है.
हिमाचल के कई जिलों में बारिश की संभावना
हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून राज्य में कमजोर दिखा है. मौसम विभाग ने 4 अगस्त तक प्रदेश के कई भागों में बारिश जारी रहने की संभावना जताई है. वहीं, 5 अगस्त और 6 अगस्त के लिए मैदानी, मध्य और उच्च पर्वतीय वाले हिस्सों में फिर से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. लाहौल-स्पीति को छोड़कर ज्यादातर जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. प्रदेश में 7 और 8 अगस्त को भी हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. प्रदेश के कांगड़ा के मुलथान के भुजलीग गांव में भारी बारिश से मलबा खेतों में पहुंच गया, जिसकी वजह से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा.
असम के कई हिस्सों में बारिश से बुरा हाल
असम (Assam) के कई हिस्सों में भारी बारिश (Heavy Rainfall) से बुरा हाल है. हर तरफ पानी ही पानी है. असम का धेमाजी जिले में बारिश की वजह से किसानों (Farmers) को भारी नुकसान हुआ है. असम के धेमाजी जिले में कामेरिया ब्रिज पानी में डूब गया है. बारिश का पानी धेमाजी जिले के खाना कृष्णापुर को अपनी आगोश में ले चुका है. गांव में नाव चलने लगी है. गांव के भीतर जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ा. लोगों के घरों के बाहर घुटने तक पानी भरा हुआ है. ऐसे में महिला, बच्चे और बुजर्ग हर किसी को रोज मर्जा की जरूरतों के लिए पानी से होकर जाना पड़ा रहा है. बाढ़ की मार (Flood Affected People) झेल रहे लोगों का आरोप है कि उन्हें सरकार मदद नहीं मिल रही है.
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