India Developed Nation Mission 2027: केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने कहा है कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लिए बहुत सी चीजों को रीसेट करना पड़ेगा. इसके लिए डिजिटलीकरण, शिक्षा और बुनियादी ढांचा सबसे बड़े औजार होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार स्वतंत्रता दिवस पर भारत के अगले 25 सालों को 'अमृत काल' घोषित करते हुए देश को विकसित राष्ट्र बनाने की बात कही थी. उन्होंने युवाओं से आह्वान किया था कि वे देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए जुट जाएं.
पीएम मोदी कर चुके हैं देश को विकसित राष्ट्र बनाने का वादा
पीएम मोदी ने हाल में गुजरात के कच्छ में भी भारत को 2047 तक विकसित बनाने का वादा किया था. उन्होंने कहा था, ''2001 के विनाशकारी भूकंप के बाद, मैंने जिले को विकसित करने का आश्वासन दिया था और 2022 में देखें कि यह कितना अच्छा विकसित हुआ है. आज मैं 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने का वादा कर रहा हूं और जरूर करूंगा."
विकसित राष्ट्र के लक्ष्य को पाने की संभावना को तब और बल मिला जब हाल में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भारत को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था घोषित किया. इस मामले में भारत ने ब्रिटेन को पछाड़कर पांचवां स्थान हासिल किया है. अब केवल अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी की अर्थव्यवस्था भारत से आगे है.
क्या भारत में आएगी मंदी?
इस उपलब्धि पर कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत वास्तव में दुनिया में सबसे तेजी बढ़ती अर्थव्यवस्था है.उन्होंने कहा कि 2022-23 की पहली तिमाही के आंकड़ों में भारत की सकल घरेलू उत्पाद दर 13.5 फीसदी की दर से बढ़ी. दुनिया के कई बड़े देशों में मंदी की आशंकाएं जताई जा रही हैं. क्या भारत में भी मंदी आ सकती हैं, इस बारे में वित्त मंत्री ने कहा है कि देश में मंदी आने का कोई चांस ही नहीं है.
सीतारमण ने चालू वित्त वर्ष में देश की जीडीपी के दहाई के अंकों में बने रहने की उम्मीद जताई. वित्त मंत्री ने कहा कि आईएमएफ की रिपोर्ट बताती है कि कहीं ज्यादा विकसित मानी जाने वाली अर्थव्यवस्थाएं मंदी की कगार पर हैं जबकि भारत तमाम चुनौतियों के बावजूद तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है.
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