नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ जंग में भारत मित्र देशों की मदद कर सकता है. भारत बाकी देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराने में मदद करेगा. दूसरे देशों और मित्र देशों को वैक्सीन पहुंचाने के लिए सोमवार को केंद्र सरकार की एक अहम बैठक है. इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, फार्मास्यूटिकल मंत्री मनसुख मांडवीया और वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक के अधिकारी शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक, यह बैठक वर्चुअल यानी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी. सोमवार को दोपहर 12 बजे इसका समय तय किया गया है.


इस बैठक में इस बारे में विचार किया जाएगा कि भारत अपनी जरूरतों को पूरा करते हुए बाकी देशों को कितनी और कब तक मदद कर सकता है. ब्राजील, नेपाल, बांग्लादेश और भूटान जैसे कई मित्र राष्ट्र भारत से वैक्सीन की मांग कर चुके हैं. वहीं कई और देशों ने भी भारतीय वैक्सीन में दिलचस्पी दिखाई है.


भारत में हाल ही में दो कोरोना वैक्सीन को इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन मिला है. इनमें से एक भारत के वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई भारत बायोटेक की कोवैक्सीन है, जबकि दूसरी ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनका की वैक्सीन है जिसका निर्माण भारत की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है. इन दोनों को इमरजेंसी यूज़ ऑथराइजेशन मिलने के बाद भारत में यह हेल्थ केयर वर्कर को दी जा रही है. वहीं यह दोनों ही वैक्सीन अब तक आई कोरोना वैक्सीन में बहुत ही किफायती है और आसानी से स्टोर की जा सकती है.


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