नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के प्रधानमंत्री मोदी से निवेदन के बाद भारत ने आखिरकार अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन निर्यात करने खा फैसला कर लिया है. चार अप्रैल को ही ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन करके अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन मुहैया कराने की अपील की थी.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने आज एक बयान जारी कर के कहा है कि भारत पड़ोसी देशों समेत अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और पेरासिटामोल मुहैया कराएगा. चार अप्रैल को ही भारत ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन उसी दिन प्रधानमंत्री को अमेरिकी राष्ट्रपति का फोन आया जिसमें उन्होंने भारत से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन भेजने कि अपील की थी.
आपको ये भी बता दें कि भारत से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन कि मांग सिर्फ अमेरिका ने नहीं बल्कि 30 देशों ने की थी. जाहिर है कि भारत को अपना चार अप्रैल का फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के खास निवेदन कि वजह से जल्द बदलना पड़ा क्योंकि ट्रंप लगातार हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को कोरोना वायरस के ट्रीटमेंट मे कारगर दवा बता रहे हैं. हालांकि भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि ये फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति कि धमकी कि वजह से नहीं बल्कि सिर्फ और सिर्फ मानवता के आधार पर लिया गया है.
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