नई दिल्ली: नौसेना दिवस के मौके पर अमेरिकी कंपनी, लॉकहीड मार्टिन ने भारत को एक नायाब तोहफा दिया है. 4 दिसम्बर यानि शुक्रवार को नौसेना दिवस पर लॉकहीड मार्टिन ने भारत को मिलने वाले एमएच-60आर यानि ‘रोमियो’ हेलीकॉप्टर की पहली तस्वीर साझा की है. माना जा रहा है कि अब जल्दी ही ये रोमियो हेलीकॉप्टर भारत आ जाएंगे और भारतीय नौसेना की जंगी बेड़े में शामिल हो जाएंगे.


लॉकहीड मार्टिन कंपनी ने अपने ट्वीटर एकाउंट पर रोमियो हेलीकॉप्टर की तस्वीर के साथ लिखा, “नौसेना दिवस के मौके पर हम गर्व के साथ भारतीय नौसेना के पहले एमएच60आर की तस्वीर साझा कर रहे हैं.” कंपनी ने फोटो पर हैशटैग के साथ लिखा ‘रोमियो फॉर इंडिया’


आपको बता दें कि इसी साल फरवरी के महीने में जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के दौरे पर आए थे तब भारत ने 24 रोमियो हेलीकॉप्टर का सौदा किया था (सौदे की कुल कीमत करीब 21 हजार करोड़ रूपये थी). एंटी सबमरीन वॉरफेयर में माहरत इन रोमियो हेलीकॉप्टर्स को भारतीय नौसेना के लिए लिया जा रहा है. हालांकि, रोमियो हेलीकॉप्टर्स को अगले साल यानि 2021 तक भारत को मिलना था, लेकिन कुछ महीने पहले ही अमेरिकी नौसेना ने अपने बेड़े के तीन हेलीकॉप्टर्स को भारतीय नौसेना को देने के लिए कह दिया था ताकि भारतीय नौसैनिक इन हेलीकॉप्टर्स पर जल्द से जल्द अपनी ट्रैनिंग शुरू कर दे.


इन तीनों हेलीकॉप्टर्स को भी लॉकहीड मार्टिन कंपनी अमेरिकी नौसेना के लिए तैयार कर रही थी. यही वजह है कि भारतीय नौसेना को जल्द ही ये तीनों रोमियो हेलीकॉप्टर मिलने की संभावना है.


अमेरिकी कंपनी, लॉकहीड मार्टिन द्वारा तैयार इन मल्टी-मिशन 'एमएच60आर' हेलीकॉप्टर्स को एंटी-सबमरीन और एंटी-सर्फेस (शिप) वॉरफेयर के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा इन रोमियो हेलीकॉप्टर्स को समंदर में सर्च एंड रेस्कयू ऑपरेशन में भी इस्तेमाल किया जाता है.


भारतीय नौसेना को इन एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर्स की बेहद जरूरत थी. क्योंकि नौसेना के एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर्स, सीकिंग काफी पुराने पड़ चुके हैं. ये सीकिंग हेलीकॉप्टर एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रमादित्य पर तैनात हैं. इसके अलावा कोचिन शिपयार्ड में तैयार हो रहा स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत, विक्रांत के लिए भी नौसेना को इन एमएच60आर हेलीकॉप्टर्स की जरूरत है.


बेहद ही एडवांस ये अमेरिकी रोमियो हेलीकॉप्टर हैलफायर मिसाइल, रॉकेट और टॉरपीडो से लैस हैं और जरूरत पड़ने पर समंदर मे कई सौ मीटर नीचे दुश्मन की पनडुब्बी को तबाह कर सकते हैं.


हिंद महासागर में जिस तरह लगातार चीन और पाकिस्तान की पनडुब्बियां भारत के लिए चुनौती बनती जा रही हैं उससे निपटने के लिए भारत को इन रोमियो एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर्स से खासी मदद मिलेगी.