नई दिल्ली: भारत और नेपाल में द्विपक्षीय संबंधों पर तनाव के बीच भारत की तरफ से बड़ा बयान आया है. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि दोनों देशों के बीच मित्रता के सदियों पुराने सभ्यतागत संबंध हैं और भारत उन्हें मजबूत करने की दिशा में प्रतिबद्ध है.


भारतीय विदेश मंत्रालय का बड़ा बयान


विदेश मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ ही दिन पहले नेपाली प्रधानमंत्री के पी ओली ने भारत को निशाना बनाते हुए टिप्पणियां की थीं. प्रधानमंत्री ओली ने रविवार को दावा किया था कि उन्हें सत्ता से हटाने के लिए 'दूतावासों और होटलों' में कई तरह की गतिविधियां हुई हैं. उन्होंने सत्ता से हटाने में कुछ नेपाली नेताओं के भी शामिल होने की भी बात कही थी. ओली के बयान और नए राजनीतिक मानचित्र को लेकर जारी विवाद के बारे में सवाल पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘भारत और नेपाल के सदियों पुराने सभ्यतागत मैत्री संबंध हैं, जो गहरे सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों पर आधारित हैं.’’


'नेपाल के साथ सदियों पुराने मैत्री संबंध'


उन्होंने कहा, ‘‘हम इन संबंधों को लगातार मजबूत करने की दिशा में प्रतिबद्ध हैं.’’ व्यापार के मुद्दे पर, श्रीवास्तव ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार के सुचारू प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों ने कड़ी मेहनत और लगन से काम किया है. उन्होंने कहा कि भारत में लॉकडाउन के कठिन समय के दौरान भी व्यापार सुचारू रूप से जारी रहा है. श्रीवास्तव ने भारत-नेपाल सीमा के पास बाढ़ को रोकने से संबंधित कार्यों में समस्या आने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘स्थापित तंत्रों के तहत संबंधित सरकारों की तरफ से तटबंधों की मरम्मत और रखरखाव का काम नियमित रूप से किया जा रहा है.’’ गौरतलब है कि मानचित्र के मुद्दे को लेकर भारत-नेपाल के द्विपक्षीय संबंधों में हाल के दिनों में खटास देखने में आई थी.


गुरुग्राम, फरीदाबाद समेत NCR के 5 जिलों में टेस्टिंग बढ़ाएगी हरियाणा सरकार- दुष्यंत चौटाला


दिल्ली में शुरू हुआ प्लाज्मा बैंक, कैसे करेंगे काम और कौन कर सकता है दान, जानें